वाराणसी. सूबे के स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में सुधार लाने के लिए योगी सरकार लगातार काम कर रही है. यूपी के तमाम जिलों के अस्पतालों में सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है, लेकिन वाराणसी के दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल (DDU Hospital) में तीन साल में एमआरआई (MRI) सेवा की शुरुआत नहीं हो पाई है. इस कारण हर दिन मरीजों को एमआरआई के लिए मोटे पैसे खर्च करने पड़ते हैं. साल 2019 में अस्पताल में एमआरआई के लिए भवन तैयार किया गया था, लेकिन एमआरआई मशीन नहीं होने के कारण वहां आज भी ताला लगा हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, साल 2018 में इस भवन के निर्माण का काम शुरू हुआ था जो 2019 में बनकर तैयार हो गया था. लगभग 97 लाख रुपये की लागत से बने इस भवन में अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए एमआरआई जांच के सेवा की शुरुआत होनी थी, लेकिन भवन निर्माण के तीन साल बाद भी ये अब तक धूल फांक रहा है.
शासन को भेजा है पत्र
पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ आर के सिंह ने बताया कि एमआरआई मशीन के लिए हम लोगों ने कई बार शासन को पत्र भेजा है, ताकि मशीन स्थापित करने के बाद यहां आने वाले मरीजों को इसका फायदा मिल सके. अभी तक शासन की ओर से मशीन नहीं आई है जिसके कारण ये सेवा अस्पताल में नहीं शुरू हो पाई है.
मरीजों को होगा फायदा
अस्पताल में मरीज के साथ आए रमेश चंद्र राय ने बताया कि यहां एमआरआई सेवा शुरू नहीं होने के कारण लोगों को बाहर प्राइवेट लैब में इसकी जांच करानी पड़ती है, जिसमें 4 से 6 हजार रुपये खर्च आता है. अस्पताल में जब ये सुविधा शुरू हो जाएगी तो लोगों को कम और किफायती रेट में ये सुविधा मिलने लगेगी. इसका सैकड़ों मरीजों को फायदा होगा.