Varanasi: पिता बनाना चाहते थे इंजीनियर, बन गया आतंकी!

Varanasi ISIS Engineer Terrorist Latest News: आईएसआईएस के वॉयस ऑफ हिंद मॉड्यूल के आतंकी बासित कलाम सिद्दीकी को वाराणसी से एनआईए ने गिरफ्तार किया है। बासित के पिता अब्दुल ने बताया कि वह तो उसे इंजिनियर बनाना चाहते थे, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई के बीच वो आईएसआईएस के संपर्क में कब आ गया, पता नहीं चला। वह ब्लैक पाउडर तैयार करने में जुटा था।

वाराणसी: आतंकी संगठन आईएसआईएस के वॉयस ऑफ हिंद मॉड्यूल (Voice of Hind Module) के लिए युवकों की भर्ती करवाने के आरोप में वाराणसी निवासी बासित कलाम सिद्दीकी की गिरफ्तारी से उसके पिता अब्‍दुल कलाम सिद्दीकी हैरान हैं। हैचरी का काम करने वाले अब्दुल तो बासित को इंजीनियर (Engineer) बनाना चाहते थे। इसके लिए उन्‍होंने उसे पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब्दुल ने तैयारी करने के लिए बासित को कोटा भेजा। वह बताते हैं कि कोरोन में लॉकडाउन लगा तो बासित घर आ गया। वह वाराणसी में घर में रहकर ही ऑनलाइन पढ़ाई (Online Study) करने लगा। सूत्रों के मुताबिक वह इसी दौरान वह आईएसआईएस (ISIS) के संपर्क में आया। आईएसआईएस की विचारधारा से जुड़ने के दौरान वह वहाबी आंदोलन से प्रभावित होकर गैर इस्‍लामिक रीति-रिवाजों से नफरत करने लगा था। घातक रासायनिक पदार्थों की जानकारी करने के साथ ही ‘ब्‍लैक पाउडर’ तैयार करने में जुटे बासित का टारगेट हिंदू धर्मस्‍थलों (Hindu Shrines) पर हमला करना था।
बासित का मकबूल आलम रोड पर तीन मंजिला मकान है। तीन भाइयों और तीन बहनों में बासित सबसे बड़ा है। उसकी दो बहनें कोटा में रहकर मेडिकल एंट्रेंस की पढ़ाई करती हैं। पिता अब्दुल बताते हैं कि बासित कम ही घर से बाहर निकलता था। अपने कमरे में वह ज्यादातर वक्त लैपटॉप या मोबाइल पर काम करते हुए बिताता था। परिवारीजनों को लगता था कि वह पढ़ाई कर रहा है, लेकिन उसके इरादों की जानकारी मिलने से सभी हतप्रभ हैं। एनआईए (NIA) की पूछताछ में परिवारीजनों ने बताया कि वह खुद हैरान हैं कि बासित आखिर कैसे नापाक इरादों वाले संगठन से जुड़ गया?

स्‍लीपर सेल खंगालने में जुटी एजेंसियां

अगस्‍त में आजमगढ़ से सबाउद्दीन आजमी और अब वाराणसी (Varanasi) में आईएसआईएस के संदिग्ध सदस्‍य की गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियां पूर्वांचल में स्‍लीपर सेल तलाशने में जुट गई हैं। एनआईए के हाथ लगे बासित ने टेलिग्राम ग्रुप (Telegram Group) में कई युवाओं को जोड़ रखा था। वह इन्हें विस्‍फोटक (Explosive) बनाने का प्रशिक्षण दे रहा था, उसका मंसूबा अफगानिस्‍तान (Afghanistan) में बैठे अपने आकाओं के जरिए तबाही और दहशत फैलाना था। एनआईए अब उन लोगों की तलाश कर रही है जो बासित के टेलिग्राम ग्रुप पर जुड़े थे। ग्रुप पर जुड़े पूर्वांचल के युवक खासतौर पर जांच एजेंसी के रेडार पर हैं।

पाक से होता है पत्रिका का प्रकाशन

बासित वॉयस ऑफ हिंद पत्रिका से जुड़ा था। यह ऑनलाइन पत्रिका आईएसआईएस समर्थित मीडिया संगठन अल किताल मीडिया सेंटर और जुंडुल खलीफा अल हिंद निकालते हैं। पत्रिका का प्रकाशन पाकिस्‍तान (Pakistan) और बांग्‍लादेश (Bangladesh) से कॉल सेंटर सरीखे ऑफिस से किया जा रहा है। भारत (India) में गजवा-ए-हिंद को इसी पत्रिका के सहारे बढ़ावा दिया जाता है।

ट्रांजिट रिमांड पर बासित को दिल्‍ली ले गई एनआईए

बासित कलाम सिद्दीकी को गुरुवार को मुख्‍य न्‍यायिक मैजिस्‍ट्रेट विजय कुमार विश्‍वकर्मा की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपित को दिल्‍ली (Delhi) ले जाने के लिए दो दिन का ट्रांजिट रिमांड मंजूर किया। एनआईए की टीम बासित को लेकर दिल्‍ली रवाना हो गई है। इससे पहले छह घंटे तक एनआईए की टीम ने बासित के घर को खंलागने के साथ उससे लंबी पूछताछ की। बासित के पिता को लेकर एनआईए की टीम पड़ाव पहुंची और वहां उनका हैचरी का कारोबार भी देखा। एनआईए की कार्रवाई के बाद हरकत में आई पुलिस ने बासित के पिता और भाई से लालपुर थाने में कई घंटे पूछताछ की। रात में पुलिस कमिश्‍नर ए.सतीश गणेश द्वारा भी पूछताछ के बाद पिता और भाई को छोड़ दिया गया।