Federation of Automobile Dealers Associations (FADA), फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने जून महीने के लिए वाहनों की बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं।
Federation of Automobile Dealers Associations (FADA), फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने जून महीने के लिए वाहनों की बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं। फाडा के आंकड़ों के अनुसार, ऑटो खुदरा बिक्री ने जून के महीने में सकारात्मक रफ्तार बनाए रखा है। पिछले महीने में पंजीकृत कुल वाहन जून 2021 की तुलना में 27 प्रतिशत बढ़कर 15,50,855 यूनिट्स हो गए।
सभी श्रेणी में बढ़ी बिक्री आंकड़ों के मुताबिक, सभी कैटेगरी में डबल डिजिट ग्रोथ दर्ज की गई है। दोपहिया वाहनों की बिक्री में 20 प्रतिशत, तिपहिया वाहनों की बिक्री में 212 प्रतिशत, यात्री वाहनों की बिक्री में 40 प्रतिशत, ट्रैक्टर की बिक्री में 10 प्रतिशत और वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 89 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
प्री-कोविड स्तर तक दूर FADA के अनुसार, हालांकि कुछ श्रेणियां लगातार सुधार दर्ज कर रही हैं, लेकिन कोरोना काल से पहले वाले समय की तुलना में पहुंचने में अभी समय लगेगा। हालांकि, जून’19 की तुलना में, कुल वाहन बिक्री में 9 प्रतिशत की गिरावट आई थी। यात्री वाहनों में 27 प्रतिशत और ट्रैक्टरों में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी जारी रही।
पहली बार कमर्शियल वाहनों में भी 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जिन दो श्रेणियों का खराब प्रदर्शन जारी है, उनमें दोपहिया और तिपहिया थे, जिनमें क्रमशः 16 प्रतिशत और 6 प्रतिशथ की गिरावट आई।
सेगमेंट
जून 22
जून 21
YoY %
दोपहिया
11,19,096
9,30,825
20.23%
तीन पहिया
46,040
14,735
212.45%
यात्री वाहन
2,60,683
1,85,998
40.15%
ट्रैक्टर
57,340
52,289
9.66%
कमर्शियल वाहन
67,696
35,810
89.04%
टोटल
15,50,855
12,19,657
27.16%
फाडा के अध्यक्ष ने क्या कहा FADA के अध्यक्ष, विंकेश गुलाटी ने कहा, “विशेष रूप से ग्रामीण भारत में बाजार की सुस्त भावना, स्वामित्व की उच्च लागत, मुद्रास्फीति के दबाव और जून में आम तौर पर बारिश के कारण एक हल्का महीना होने के कारण दोपहिया वाहनों की बिक्री कम रफ्तार पर रही।”
उन्होंने कहा, “तीन पहिया श्रेणी में, इलेक्ट्रिक श्रेणी में एक बड़ा बदलाव हुआ है। इसके अलावा परमिट की समस्या और बार-बार कीमतों में बढ़ोतरी सबसे बड़ी बाधा बनी रही। पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में मजबूत बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। थोक बिक्री में वृद्धि साफ तौर पर दर्शाती है कि सेमिकंडक्टर की उपलब्धता अब आसान हो रही है। विशेष रूप से कॉम्पैक्ट एसयूवी और एसयूवी सेगमेंट में वेटिंग पीरियड ज्यादा बनी हुई है। नए वाहनों की लॉन्चिंग में अच्छी-खासी बुकिंग देखी जा रही है, जो एक बेहतर मांग को दर्शाता है।”
गुलाटी ने यह भी बताया कि कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट ने पहली बार ताकत दिखाई है। क्योंकि इसमें कोविड से पहले वाले महीने जून’19 की तुलना में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। एलसीवी के साथ-साथ बस सेगमेंट में अच्छी पकड़ दिख रही है।