शिमला में जलसंकट से मिलेगी राहत, गुम्मा परियोजना से शहर को मिलेगी ज्यादा आपूर्ति

शिमला की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना गुम्मा से अब शिमला शहर को ज्यादा पानी मिलेगा। अंग्रेजों के जमाने में तैयार की गई इस परियोजना में पहली बार एकसाथ सात पंप चलाए जाएंगे। अभी तक यहां छह पंप चल रहे थे। इनकी संख्या अब सात कर दी है।

शिमला में जलसंकट से मिलेगी राहत

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना गुम्मा से अब शिमला शहर को ज्यादा पानी मिलेगा। अंग्रेजों के जमाने में तैयार की गई इस परियोजना में पहली बार एकसाथ सात पंप चलाए जाएंगे। अभी तक यहां छह पंप चल रहे थे। इनकी संख्या अब सात कर दी है। एक और पंप लगने से इस परियोजना से तीन एमएलडी तक ज्यादा पानी शिमला शहर को मिलेगा। इस पानी से 20 हजार से अधिक लोगों को पेयजल सप्लाई दी जा सकेगी। गुम्मा पेयजल परियोजना से सामान्य दिनों में 20 से 22 एमएलडी पानी की सप्लाई होती है। अब सात पंप लगने से यह सप्लाई 24-25 एमएलडी तक बढ़ाई जा रही है।

पेयजल कंपनी के अनुसार नया पंप लगाया जा चुका है। इसकी टेस्टिंग भी पूरी हो चुकी है। दो तीन दिन से इसका ट्रायल चल रहा है। अब बाकी पंपों की तरह इससे भी पंपिंग की जाएगी। कंपनी के अनुसार गर्मी के दिनों में भी गुम्मा में जलस्तर ज्यादा घटता नहीं है। ऐसे में इस परियोजना से पानी की आपूर्ति बढ़ाई जा सकती है। पेयजल कंपनी के एजीएम सुमित सूद ने बताया कि सातवें पंप की टेस्टिंग सफल रही है। इससे शहर के लिए पंपिंग शुरू कर दी है। एक और पंप लगने से गुम्मा से अब दो से तीन एमएलडी ज्यादा पानी शिमला को मिलने की उम्मीद है।

शहर को मिला 46.42 एमएलडी पानी
शहर में पानी की सप्लाई की स्थिति अब सुधरने लगी है। सभी परियोजनाओं से शुक्रवार को शिमला शहर के लिए 46.42 एमएलडी पानी की सप्लाई मिली है। शहर में तीसरे दिन पानी दिया जा रहा है। कंपनी का कहना है कि मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए अभी शहर में एक दिन छोड़कर ही पानी दिया जाएगा। सप्लाई का समय बढ़ाया जाएगा ताकि लोगों को भरपूर पानी मिल सके। गुम्मा परियोजना से करीब 20 एमएलडी पानी मिला है। हालांकि शुक्रवार को दिन के समय इस परियोजना से पंपिंग बाधित रही। पेयजल लाइन में लीकेज दुरुस्त करने के काम के चलते सप्लाई रोकी गई। शाम को सप्लाई बहाल कर दी गई है।