जनपद के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार व प्रदेश के वेटर्न जर्नलिस्ट (Veteran Journalist) हेमकांत कात्यान अब इस दुनिया में नहीं रहे। बीती रात उनका निधन हो गया। 80 वर्षीय हेमकांत कात्यान की बीती रात अचानक तबीयत खराब हुई जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। वहां से स्वास्थ्य में थोड़ा सुधार होने के बाद वापिस घर लाया गया, लेकिन घर पहुंचने के कुछ देर बाद उन्होंने प्राण त्याग दिए।
हेमकांत कात्यान अपने पीछे धर्मपत्नी और बेटे को छोड़ गए हैं। हेमकांत कात्यान का बेटा सिद्धार्थ कात्यान मुंबई(Mumbai) में रहता है। वो आज देर रात तक मंडी पहुंचेंगे जिसके बाद कल हनुमानघाट स्थित श्मशान घाट पर हेमकांत कात्यान का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
प्रदेश के वेटर्न जर्नलिस्ट थे हेमकांत कात्यान
हेमकांत कात्यान प्रदेश के वेटर्न जर्नलिस्ट थे। यह दर्जा प्रदेश में सिर्फ दो पत्रकारों को प्राप्त है, जिसमें से एक हेमकांत कात्यान थे। दूसरे जोगिंदर नगर से रमेश बंटा हैं। हेमकांत कात्यान आईबी में तैनात थे और नौकरी छोड़ने के बाद वे दिल्ली (Delhi) में पत्रकारिता में सक्रिय हुए और अपनी लेखनी का लोहा मनवाया।
1980 को हेमकांत कात्यान वापिस अपने घर आए और यहां पर पत्रकारिता(journalism) के कार्य को आगे बढ़ाया। उस दौर में मंडी में मात्र दो ही पत्रकार होते थे। उसके बाद पत्रकारिता के क्षेत्र में काफी ज्यादा विस्तार हुआ। हेमकांत कात्यान ने कई किताबें भी लिखी हैं। उनके निधन पर पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है। सभी पत्रकारों ने हेमकांत कात्यान के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है और इसे पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूर्णिय क्षति बताया है।