नई दिल्ली. ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन उग्र हो चुका है. अब तक 41 से अधिक मौतों और 700 से अधिक गिरफ्तारियों के साथ यह और तेज हो गया है. प्रोटेस्ट में मारे गए एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार का वीडियो वायरल हो रहा है. जवाद हैदरी की बहन ने उनकी कब्र पर अपने बाल काटे हैं. वहीं अन्य महिलाओं ने कब्र पर फूल चढ़ाए. ईरानी पत्रकार और कार्यकर्ता मसीह अलीनेजाद ने कहा कि अपने बाल काटकर ईरानी महिलाएं अपना दुख और गुस्सा दिखाने की कोशिश कर रही हैं.
ईरान से शुरू हुआ हिजाब विरोधी प्रदर्शन अब कई देशों में फैल चुका है. न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार हाल ही में फ्रांसीसी पुलिस ने पेरिस में विरोध कर रहे सैकड़ों लोगों को तेहरान के दूतावास पर मार्च करने से रोकने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया. वहीं लंदन में पुलिस ने यूके दूतावास के बाहर सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश करने के आरोप में कई प्रदर्शनकारियों को पकड़ा है.
ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शनों पर सरकार की कार्रवाई की व्यापक रूप से आलोचना की गई है. खासकर सरकार द्वारा वॉट्सऐप, स्काइप, लिंक्डइन और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर प्रतिबंध लगाने के बाद दुनिया में ईरानी सरकार की आलोचना की जा रही है.
यह है पूरा मामला
दरअसल 22 साल की महसा अमिनी को हिजाब ना पहनने के कारण ईरान पुलिस ने हिरासत में लिया था. हिरासत में उसके साथ मारपीट की गई थी, इससे उसकी मौत हो गई. दावा किया गया था कि पुलिस ने अमिनी के सिर पर एक डंडे से वार किया और उसका सिर एक वाहन से टकरा दिया. हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों से इनकार किया था और कहा था कि अमिनी को दिल का दौरा पड़ा था.