तेहरान. ईरान में सख्त हिजाब कानूनों को लागू करने वाली नैतिकता पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद मरने वाली 22 वर्षीय महसा अमिनी के 17 सितंबर को हुए अंतिम संस्कार के समय पश्चिमी ईरान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. हिरासत में युवती की मौत के विरोध में कई महिलाओं ने हिजाब उतार दिया. कुछ वीडियो में महिलाओं को ‘अत्याचारी को मौत!’ के नारे लगाते देखा गया. जबकि सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े.
महसा अमिनी अपने परिवार के साथ पश्चिमी प्रांत कुर्दिस्तान से राजधानी तेहरान जा रही थी, तभी उसे ईरान में महिलाओं के लिए ड्रेस कोड को कथित रूप से तोड़ने के आरोप में हिरासत में लिया गया था. प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया है कि अमिनी को पुलिस वैन के अंदर पीटा गया था. हिरासत में रखते हुए उसे पहले अस्पताल ले जाया गया, जहां वह कोमा में चली गई और उसकी मौत हो गई. इसका महिलाओं के बीच देशव्यापी विरोध शुरू हो गया है.
ईरान में कुछ महिलाओं ने 7 साल से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए हिजाब की अनिवार्यता के ईरानी सरकार के कठोर कानून के विरोध के प्रतीकात्मक संकेत में अपने बालों को काट दिया और अपने हिजाबों में आग लगा दी. एक ईरानी पत्रकार और कार्यकर्ता मसीह अलीनेजाद ने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें कुछ महिलाएं अपनी चोटी काट रही हैं और हिजाब को जला रही हैं. उन्होंने लिखा कि ‘हिजाब पुलिस द्वारा महसा अमिनी की हत्या के विरोध में ईरानी महिलाएं अपने बाल काटकर और हिजाब जलाकर अपना गुस्सा दिखा रही हैं.’
नैतिकता पुलिस द्वारा पकड़ी जा रही 22 वर्षीय ईरानी महिला की मौत के विरोध में कई ईरानी लोग सड़कों पर उतर आए. कुछ लोगों ने अपना विरोध ऑनलाइन भी दर्ज कराया. जबकि नैतिकता पुलिस ने कहा कि हिरासत में लिए जाने के वक्त वह बीमार थी. जबकि हिजाब उतारने वाली महिलाओं पर नैतिकता पुलिस की कठोर दंड के वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं.