नई दिल्ली. सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) ने बेहद कम समय में ही इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी एक खास पहचान बनाई है. मैदान में उनकी आक्रामकता की पूरी दुनिया दीवानी है. बल्लेबाजी के दौरान वह कठिन परिस्थियों को भी जिस तरह से सरल बना देते हैं, उनके इस कला की क्रिकेट एक्सपर्ट भी सराहना करते हुए नहीं थकते हैं. मौजूदा समय में वह टी20 वर्ल्ड कप के लिए ऑस्ट्रेलिया में हैं, और प्रैक्टिस सेशन में जमकर पसीना बहा रहे हैं.
बीते रविवार को ब्रिसबेन में अपना पहला अभ्यास सत्र समाप्त करने के बाद 32 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि नेट पर उनका मुख्य ध्यान परिस्थितियों के आंकलन पर लगा हुआ है. बीते साल टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले सूर्यकुमार इस फॉर्मेट के सबसे विस्फोटक खिलाड़ियों में एक हैं. यही वजह है कि वह लगातार उम्दा प्रदर्शन के बदौलत टी20 रैकिंग में दूसरे स्थान पर स्थित हैं.
भारतीय बल्लेबाज ने पहले दिन के अभ्यास के बाद कहा, ‘मैं अपने पहले अभ्यास सत्र के लिए बेहद उत्साहित था. मैं मैदान में जाकर देखना चाहता था, दौड़कर देखना चाहता था कि कैसा लगता है. पहला नेट सत्र शानदार रहा. मैं विकेट की तेजी देखना चाहता था और उसके उछाल का अंदाजा लगाना चाहता था.’
उन्होंने कहा, ‘मैंने नेट में थोड़ी धीमी शुरुआत की, क्योंकि दिल में थोड़ी बेचैनी और उत्साह थी. साथ ही आपको माहौल से तालमेल बिठाने के तरीकों को देखना होता है और सही समय पर इनका चयन करना होगा. मैदान में मैं बस यही कर रहा हूं.’ उन्होने आगे कहा, ‘काफी उत्साहित हूं लेकिन आपको प्रक्रिया और रूटीन का पालन करना होता है.’
भारतीय बल्लेबाज ने कहा, ‘प्रैक्टिस सेशन के दौरान विकेट की तेजी और उछाल को भांपना बेहद जरूरी है, और मैदान भी. लोगों का मानना है यहां के मैदान अन्य जगहों से बड़े हैं. ऐसे में मुख्य मुकाबलों से पहले हमें अपनी रणनीति के साथ तैयार रहने की जरूरत है. हालात काफी अच्छे हैं. आगे के मुकाबलों के लिए काफी उत्साहित हूं’