नई दिल्ली. भारत ने दिल्ली में हुए तीसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका को 7 विकेट से हराने के साथ ही वनडे सीरीज अपने नाम कर ली. भारत की इस सीरीज जीत में तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का अहम रोल रहा. उन्होंने तीन मैच में 20.80 की औसत से कुल 5 विकेट लिए. इस प्रदर्शन के कारण उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया. सिराज को वनडे में पहली बार किसी सीरीज में यह अवॉर्ड मिला है. दिल्ली में हुए आखिरी वनडे में नई गेंद स्विंग नहीं हो रही थी, इसके बावजूद सिराज ने नई गेंद से विकेट लिए. मैच के बाद उन्होंने बीसीसीआई टीवी पर कुलदीप यादव के साथ बातचीत में बताया कि उन्होंने कैसे विकेट हासिल किए.
भारतीय कप्तान शिखर धवन ने दिल्ली वनडे में टॉस जीतने के बाद कहा था कि वो चाहते थे कि उनके तेज गेंदबाज बीते दिनों दिल्ली में हुई बारिश के कारण पिच में मौजूद नमी का फायदा उठाएं. हालांकि, मैच के बाद कुलदीप और सिराज ने बीसीसीआई टीवी पर हुई बातचीत में इससे उलट बात कही.
सिराज ने कहा, ‘नई गेंद से स्विंग नहीं मिल रही थी. कुछ चौके खाने के बाद मुझे पता चला कि इस पिच पर किस लेंथ पर गेंदबाजी करनी चाहिए. मुझे जल्दी ही एहसास हो गया कि बाउंसर करना एक अच्छा विकल्प है. इसलिए मैं फाइन लेग आगे और स्क्वायर लेग के फील्डर को पीछे ले गया. मैं दोनों विकेट (यानेमन मालन और रीजा हेंड्रिक्स) से संतुष्ट था, क्योंकि यह दोनों विकेट ही मैंने योजना के तहत हासिल किए.’
सिराज की गेंद को पुल करने के चक्कर में मलान डीप स्क्वेयर लेग पर कैच आउट हुए थे. वहीं, हेंड्रिक्स का फाइन लेग पर सब्सिट्यूट फील्डर रवि बिश्नोई ने सिराज की गेंद पर कैच लपका.
काउंटी क्रिकेट खेलने का फायदा हुआ: सिराज
सिराज ने अपनी लाइन लेंथ में सुधार के लिए काउंटी क्रिकेट को श्रेय दिया और कहा कि वह नई गेंद से विकेट लेने को लेकर पहले से ही आश्वस्त थे. चोटिल होने से पहले 28 साल के इस गेंदबाज ने समरसेट के खिलाफ वारविकशायर के लिए सिर्फ एक मैच खेला था. इस मैच में उन्होंने पांच विकेट लिए थे.
सिराज ने कुलदीप को बताया, ‘काउंटी क्रिकेट में खेलने से मेरी लाइन और लेंथ में सुधार हुआ. मुझे नई गेंद से विकेट लेने का भरोसा था. गेंद भी मेरे हाथ से बहुत अच्छे से निकल रही थी. मुझे जिम्मेदारी भी अच्छी लगी. मैं लगातार एक लेंथ पर गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहा था.’
रांची में हुए दूसरे वनडे में सिराज (3/38) ने तीन विकेट चटकाए थे और उन्होंने पुरानी गेंद से विकेट हासिल किए थे, जिससे दक्षिण अफ्रीका की रनों की रफ्तार थम सी गई थी. सिराज ने रांची वनडे को लेकर कहा, ‘मुझे रांची में रिवर्स स्विंग मिल रहा था. बल्लेबाजों के लिए हार्ड लेंथ गेंद पर शॉट खेलना आसान नहीं था. मेरे लिए रांची में यह बात काम कर गई.’