VIDEO: जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद श्रीकांत त्यागी ये क्या कह दिया?

नोएडा. गैंगस्टर केस में 17 अक्टूबर को हाईकोर्ट से श्रीकांत त्यागी जमानत दी थी. कागजी काम पूरा होने के बाद त्यागी को लुक्सर जेल से रिहा कर दिया गया है. जेल से छूटने के बाद वह सीधे अपने परिवार के पास पहुंचे. नोएडा में इस दौरान उनका स्वागत किया गया. त्यागी ने कहा कि न्यायपालिका पर उनको भरोसा है. समाज ने उनका साथ दिया वह समाज के साथ हमेशा खड़े है. वह परिवार के पास ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी पहुंचे.
यूपी सरकार की तरफ से सोमवार को कोर्ट में श्रीकांत त्यागी की क्रिमिनल हिस्ट्री और गैंग चार्ट पेश किया गया था. श्रीकांत त्यागी के खिलाफ कुल 9 आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. श्रीकांत त्यागी की तरफ से दलील दी गई कि उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है, जो भी मुकदमे दर्ज हैं वह दुर्भावना से प्रेरित हैं. महिला से बदसलूकी मामले के तूल पकड़ने के बाद श्रीकांत त्यागी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में भी केस दर्ज किया गया था.श्रीकांत त्यागी ने गैंगस्टर के मुकदमे में इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल जमानत अर्जी के लिए याचिका दायर की थी. त्यागी को 3 मुकदमों में सेशन कोर्ट से पहले ही जमानत मिल चुकी है. श्रीकांत त्यागी को नोएडा पुलिस ने 8 अगस्त को गिरफ्तार किया था. इसके बाद से वह जेल में बंद है. पांच अगस्त को ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी में महिला के साथ अभद्रता का वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ा था. इसके बाद नोएडा प्राधिकरण ने सोसायटी में श्रीकांत त्यागी के अवैध निर्माण को तोड़ा था.

घर पहुंचते ही क्या बोला त्यागी
त्यागी जैसे ही नोएडा अपने घर पहुंचा तो परिजनों ने उसका स्वागत किया. न्यूज18 से बातचीत में त्यागी ने कहा कि हमारी पंरपरा लड़ाई की नहीं है, हमारी परंपरा पैर छूने की है. साथ ही कहा कि किसी गलत कार्रवाई के चलते यदि जेल जाना पड़े तो स्वाभाविक है कि वह जेल में रहेगा नहीं, घर तो आना है. भाजपा छोड़ने या चुनाव लड़ने पर त्यागी ने कहा कि वह समाज से बात करेंगे और फिर फैसला लेंगे. समाज के लोग हमारे साथ खड़े हैं. उत्तर प्रदेश के अंदर 90 लाख का त्यागी समाज है. यह समाज बहुत बड़ा समाज है. समान ने जिस तरह से साथ दिया है, उसका धन्यावाद. चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि चुनाव लड़ने की कोई तैयारी नहीं होती. समाज से बात करेंगे और समाज जो कहेगा, वही करेंगे.

नोएडा अपने घर पहुंचा श्रीकांत त्यागी अपने बच्चों के साथ.

इस दौरान त्यागी ने कहा कि आज 72 दिनों के बाद अपने घर पहुंचा हूं. ये दिन मैं भूल नहीं सकता…(बातचीत के दौरान काफी भावूक हुए त्यागी). जिसने भी ये साजिश रचने का प्रयास किया ,वो सही नहीं था. 72 दिनों के जेल कैद के दौरान हमारे साथ रामधारी सिंह सिंह दिनकर की कविता मुझे काफी बल दिया और हमारे मनोबल को बढ़ाया. वहीं, श्रीकान्त त्यागी की पत्नी ने कहा कि हमने तो सिर्फ पत्नी धर्म निभाया. राजनीति तो हम कल भी कर रहे थे और आने वाले दिनों में भी करेंगे. इसी राजनीति की वजह से तो हमें जेल भेजा गया था.