मंडी. हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में शुक्रवार को सीएम जयराम ठाकुर के सामने एक वर्कर ने सदर से भाजपा विधायक अनिल शर्मा को जमकर खरी-खरी सुनाई. इस दौरान अनिल शर्मा और भाजपा वर्कर में बहस भी देखने को मिली.
दरअसल, शुक्रवार को सीएम जयराम ठाकुर मंडी दौरे पर थे. इस दौरान एक कार्यक्रम के दौरान मंच से अनिल शर्मा बोल रहे थे. तभी कुर्सी पर बैठा एक कार्यकर्ता खड़ा बुआ औरमुख्यमंत्री के सामने अनिल शर्मा से भीड़ गया. कार्यकर्ता ने कहा कि आपको हमने स्पोर्ट किया. विधायक बनाया और आप 3 साल गायब रहे. इस पर अनिल शर्मा ने कहा कि उन्होंने अपने पिताजी की इच्छा का सम्मान किया था. क्योंकि कांग्रेस में जाने का फैसला पिताजी और बेटे का था. कार्यकर्ता फिर भी शांत ना हुआ. अनिल शर्मा फिर बोले की बातें बहुत हुई हैं. मुझे सेरी मंच पर भाजपा के एक कार्यक्रम में कुर्सी तक नहीं दी गयी थी. इस पर कार्यकर्ता भड़क गया और बोला कि आपको कुर्सी की पड़ी है, यहाँ हमने आपके लिए सारी जिंदगी लगा दी. कार्यकर्ता ने कहा कि क्योंकि, मैंने आपको वोट दिया है तो मैं आपसे जवाबदेही मांगता हूं.
क्यों हाशिये पर थे अनिल शर्मा
दरअसल, अनिल शर्मा सदर से भाजपा विधायक हैं. वहीं, 2012-17 की वीरभद्र सिंह की सरकार में कांग्रेस विधायक और मंत्री थे. इसके बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा. लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान अनिल शर्मा के बेटे आश्रय और पिता दिवंगत सुखराम फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए. इसके बाद से अनिल शर्मा हाशिये पर चल रहे थे. हाल ही में क्या लगाए जा रहे थे कि वह फिर से कांग्रेस में शामिल होंगे. इसे लेकर उन्होंने दिल्ली में सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी. लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने उन्हें लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई और इस कारण सियासी अधर में लटक गए थे.
हाल ही में बोले-भाजपा में ही रहूंगा
मंडी में मोदी की रैली के दौरान अनिल शर्मा ने अपने अगले सियासी पत्ते खोलते हुए कहा कि वह अब भाजपा में ही रहेंगे और जल्द ही उनका बेटा भी भाजपा में शामिल होगा. ऐसे में लोगों में अनिल शर्मा के सियासी पैंतरों और दलबदल को लेकर आक्रोश है, जो इस जनसभा में देखने को मिला.