नई दिल्ली. दलीप ट्रॉफी 2022 (Duleep Trophy 2022) का फाइनल मुकाबला 21 सितंबर से 25 सितंबर के बीच कोयंबटूर में खेला गया. इस मुकाबले में वेस्ट जोन (West Zone) को साउथ जोन (South Zone) के खिलाफ 294 रनों से भारी भरकम जीत मिली. मैच के दौरान वेस्ट जोन के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) का जलवा रहा. लेकिन मैदान में एक गलत हरकत की वजह से उन्हें बाहर का रुख करना पड़ा.
दरअसल मैच के दौरान जायसवाल विपक्षी टीम के बल्लेबाज रवि तेजा को बार-बार उकसा रहे थे. जायसवाल के इस हरकत से परेशान होकर तेजा ने इसकी शिकायत अंपायर से की. विपक्षी बल्लेबाज के शिकायत पर अंपायर ने पहले पहल उनको समझाया, लेकिन जब उन्होंने दुबारा विपक्षी बल्लेबाज को उकसाना शुरू किया तो अंपायर ने खुद इसकी शिकायत वेस्ट जोन के कैप्टन अजिंक्य रहाणे से की. अंपायर द्वारा शिकायत मिलने के बाद रहाणे भी एक्शन में नजर आए, और उन्होंने उन्हें मैदान से बाहर जाने का आदेश दिया.
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इससे पहले फाइनल मुकाबले में यशस्वी जायसवाल का जलवा रहा. उन्होंने टीम के लिए दूसरी पारी में 323 गेंदों का सामना करते हुए 82.04 की स्ट्राइक रेट से 265 रनों की बेहतरीन दोहरी शतकीय पारी खेली. इस दौरान उनके बल्ले से 30 चौके एवं चार बेहतरीन छक्के निकले. फाइनल मुकाबले में इस उम्दा पारी के लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया.
मैच समाप्त होने के बाद कैप्टन रहाणे ने जायसवाल के घटना पर अपना विचार रखा. उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा विरोधी टीम, अंपायर और मैच के अधिकारियों का सम्मान करने में विश्वास रखता हूं. इसलिए आपको कुछ घटनाओं को एक निश्चित तरीके से संभालना होगा. मुझे उस सिचुएशन को संभालने के लिए जो करना था मैंने वही किया. यह सभी के लिए उचित भी था.’