दुधारू पशु सुधार सभा में पिछले कल चुनाव हुआ | लेकिन अब इस चुनाव पर सभा के संस्थापक सदस्यों ने एतराज जताया है | उन्होंने कहा कि संस्था किसानों के लिए बनाई गयी थी लेकिन अब इस संस्था का राजनीतिकरण को चुका है | राजनीतिक दल अपने फायदे के लिए अपने लोगों को इस सभा के पदाधिकारी बना रहे है | जिसका किसान पुरजोर विरोध करते है | यह बात संस्था के संस्थापक सदस्य रणवीर सिंह ठाकुर ने की |
उन्होंने कहा कि इस संस्था की स्थापना किसानों के फायदे के लिए की गई थी | जिसमें किसान दूध ला कर बेचता था और कई किसानों को इस संस्था के माध्यम से रोज़गार मिलता था लेकिन अब इस संस्था में भ्रष्टाचार का बोलबाला है | किसानों को दूध के पैसे नहीं दिए जा रहे वहीँ अपने चेहतों की ताजपोशी पर खर्चा ज़रूर किया जा रहा है | जिसकी वजह से किसान बेहद तंग और दुखी है |
संस्था के संस्थापक सदस्यों रणवीर सिंह और सोमदत्त वर्मा ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि दुधारू पशु सुधार सभा में बेहद कम समय में करीबन 4 बार चुनाव हो चुके है इस में ऐसे सदस्यों को चुना जा रहा है जो संस्था के सदस्य तक नहीं है | वहीँ जो संस्थापक सदस्य है उन्हें चुनावों के बारे में सूचित तक नहीं किया जा रहा है | सभी नियम और कायदों को ढेंगा दिखा कर अपने चेहते नेताओं को पदाधिकारी बनाया जा रहा है |
जिसका वह पुरजोर विरोध करते है | उन्होंने कहा कि संस्था में भ्रष्टाचार चरम पर है | किसानों के दूध के पैसे सुचारु रूप से नहीं दिए जा रहा हैं | जिसकी वजह से किसानों को बेहद दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है | उन्होंने कहा कि सभा में कई तरह की अनियमितताएँ देखी जा रही है | जिस पर पदाधिकारियों के साथ साथ स्थानीय प्रशासन भी आँखें मूंदे बैठा है | इस लिए वह विजिलेंस जांच की मांग करते है उन्होंने कहा जब तक यह जांच नहीं होगी तब तक किसान संस्था को दूध नहीं देंगें |