Vijayadashami's glory faded in Solan, traders said that business was affected due to ignoring the administration

सोलन में फीकी रही विजयदशमी की धूम, व्यापारी बोले प्रशासन की अनदेखी से व्यापार पर पड़ा असर

बुराई पर अच्छाई की जीत को हर साल, विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है,सोलन में भी हर साल ऐतिहासिक ठोड़ो मैदान में रावण का पुतला  दहनकर , विजयदशमी का त्यौहार मनाया जाता है लेकिन, इस बार विजयदशमी न बनाए जाने से, शहर के व्यापारी  निराश दिखाई दे रहे है। सोलन के व्यापारी ,अंकुश सूद ने बताया कि, पिछले काफी समय से पूरे देश में, स्थिति सामान्य बनी हुई है, सभी चीजें धीरे-धीरे खुल चुकी है। साथ लगते प्रदेशों और अन्य जिलों  में हर त्यौहार, हर मेला ,कोरोना नियमो को ध्यान में रखते हुए, मनाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि, विजयदशमी के त्यौहार के दिन ,आसपास के गांव के लोग ,शॉपिंग करने के लिए बाज़ार आते थे ,लेकिन इस साल प्रशासन की अनदेखी के चलते, सोलन में विजयदशमी का त्यौहार, नहीं मनाया जा रहा है और रावण दहन ना होने से, इस बार सोलन में, व्यापार पर गहरा असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि ,जब जिला के अंदर ,अर्की में चुनाव हो सकते हैं तो ,त्यौहार मनाने में प्रशासन को क्या दिक्कत है।

उन्होंने कहा कि ,सोलन के बाजार प्रशासन की अनदेखी के चलते, खाली दिखाई दे रहे है, उन्होंने कहा कि,चुनाव के समय में निकलने वाली रैलियों में, कोरोना नियमो की धज्जियां उड़ाई जा रही है लेकिन उस ओर प्रशासन का,कोई ध्यान नही है। उन्होंने कहा कि, शिमला,कुल्लू और अन्य जिलों में ,विजयदशमी का त्यौहार मनाया जा रहा है। लेकिन सोलन में प्रशासन द्वारा, विजयदशमी  मनाने की अनुमति नही दी गई। उन्होंने कहा की ,दशहरा ना मनाएं जाने से ,सोलन के व्यापारियों काफी निराश है, और इसका असर शहर के व्यापार पर भी पड़ा हैं।