Periods Warning Signs: महिलाओं को हर महीने पीरियड्स आना एक नॉर्मल चीज है। लेकिन पीरियड्स के दौरान कुछ बदलाव आना खतरनाक लक्षण हो सकता है। महिलाओं में पीरियड्स के दौरान कुछ बदलाव कैंसर का भी लक्षण हो सकता है। आइए पीरियड्स के इन खतरनाक संकेतों के बारे में जानते हैं।
Women’s Health Tips: मनुष्य का शरीर किसी भी गड़बड़ी की सूचना कुछ संकेतों और लक्षणों के रूप में देने लगता है। दुनियाभर में अरबों महिलाएं मासिक चक्र से गुजरती हैं। कुछ के लिए यह समय काफी पीड़ादायक होता है, जब उन्हें क्रैम्प (periods cramps) और खराब मूड की शिकायत भी होती है। लेकिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान दिखने वाले वार्निंग साइन के बारे में जानकारी नहीं होती या फिर वे इसे नजरअंदाज कर देती हैं।
मिलन फर्टिलिटी हॉस्पिटल के रिप्रोडक्टिव मेडिसिन की कंसल्टेंट डॉ. पारुल अग्रवाल इन संकेतों को महिलाओं की गंभीर समस्याओं की तरफ इशारा मानती हैं। उनके मुताबिक, पीरियड्स के दौरान इन वार्निंग साइन पर कड़ी नजर रखनी चाहिए।
गंभीर क्रैम्प होना
हालांकि पीरियड के दौरान कुछ हद तक क्रैम्प (मरोड़) होना पूरी तरह से सामान्य है। लेकिन यदि ये अत्यधिक हों और इतने ज्यादा कि इनके कारण आपकी सामान्य दिनचर्या भी प्रभावित होने लगे, तो यह खतरे की घंटी है। अगर दर्दनिवारक दवाओं के बाद भी दर्द असहनीय बना रहे, तो आपको एडिनोमायोसिस, फायब्रॉयड या एंडोमीट्रियॉसिस का खतरा हो सकता है। यदि यह असहनीय हो जाए तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से सलाह लें।
खून के थक्के बहना
डॉक्टरों का कहना है कि पीरियड के दौरान खून के बड़े थक्के निकलना खतरे की निशानी है। अगर आपको भी खून के थक्के दिखायी दें तो समझ लें कि यह मैन्सट्रुअल हेल्थ में गड़बड़ी की निशानी है। साथ ही, यह भी देखें कि क्या ये थक्के सोने की बॉल के आकार के हैं या बड़े हैं, अगर ऐसा कुछ हो रहा है तो डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें।
जब टैम्पून्स पर शरीर करे नकारात्मक प्रतिक्रिया
मासिक धर्म के दौरान होने वाले रक्तस्राव को सोखने में टैम्पून्स काफी बढ़िया साबित होते हैं। लेकिन जरूरी नहीं कि हर महिला का शरीर इन्हें स्वीकार करे। जी हां, यह सच है कि टैम्पून्स हर किसी के लिए उपयुक्त साबित नहीं होते हैं। यदि आपको टैम्पून का इस्तेमाल करने के बाद बुखार आ जाए या तुरंत बाद ही आप अच्छा न महसूस करें तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि ये लक्षण टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम के हो सकते हैं, जो रोगाणुओं स्टेफीलोकोकाइ या स्ट्रैप्टोकोकाइ की वजह से होता है।
मासिक धर्म में अचानक बदलाव होना
यदि आपको मासिक धर्म में अचानक बदलाव महसूस हो जैसे सामान्य के मुकाबले काफी हल्का या अधिक रक्तस्राव होने लगे तो यह शरीर में किसी गड़बड़ी का सूचक होता है। जहां युवतियों में अनियमित रक्तस्राव गंभीर नहीं है, वहीं चालीस साल से ऊपर की महिलाओं के मामले में यह काफी गंभीर लक्षण हो सकता है। चालीस वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में इस प्रकार के लक्षण सर्वाइकल पॉलिप्स, एंडोमीट्रियल कैंसर या कैंसर पूर्व
स्थिति, जिसे हाइपरलेसिया कहते हैं, उसके लक्षण हो सकते हैं। यदि शुरुआती चरण में इनका पता चलता है तो इनका सही तरीके से उपचार किया जा सकता है।
एकरूपता और रंग
आपके मासिक धर्म के दौरान होने वाले स्राव के रंग से भी मासिक धर्म संबंधी स्वास्थ्य मैन्स्ट्रुअल हेल्थ के बारे में काफी कुछ पता चलता है। डॉक्टरों का कहना है कि इस स्राव का आदर्श रंग क्रेनबेरी की तरह लाल होना चाहिए। लेकिन अगर यह अधिक गहरे रंग का है और इसके साथ कुछ थक्के भी आते हैं, तो आपको अनदेखी नहीं करनी चाहिए। आपको फाइब्रॉयड या हार्मोनल असंतुलन की जांच करवानी चाहिए।
इसके उलट, यदि स्राव का रंग हल्का गुलाबी हो जाए तो भी आपको डॉक्टर से मिलने में देरी नहीं करनी चाहिए। यदि रक्तस्राव अधिक गाढ़ा या अत्यधिक पतला हो, तो यह भी खतरे की निशानी माना जाता है। स्राव न तो अधिक गाढ़ा होना चाहिए और न ही अधिक पतला – यह इनके बीच में हो तो सही है। इनके अलावा, और कोई लक्षण दिखायी देने पर भी डॉक्टर को दिखाना चाहिए।