शिमला शहर में पानी की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। लोगों को तीन दिन बाद भी पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। जिससे शिमला के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी की किल्लत को लेकर शिमला नागरिक सभा ने शिमला जल प्रबंधन निगम के यूएस क्लब कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया।
माकपा नेता व नगर निगम शिमला के पूर्व महापौर संजय चौहान ने पानी की इस समस्या के लिए नगर निगम शिमला की लचर व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में पूर्व में भी पानी का संकट विकराल रूप ले चुका है। इस बार भी अगर व्यवस्था को सुधारा नहीं गया तो परिणाम गम्भीर हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि शिमला में पानी पर्याप्त मात्रा में आ रहा है बावजूद इसके पानी की राशनिंग की जा रही है। पानी को निजी कंपनी के हाथों में देने से यह दिक्कतें हो रही हैं। नगर निगम को प्रतिदिन पानी उपलब्ध करवाना होगा अगर ऐसा नहीं होता है तो शहर की जनता को लामबन्द करके लगातार धरना दिया जाएगा।