Wave of happiness in Shivam Shukla family returned to Solan from Ukraine

यूक्रेन से सोलन लौटे शिवम शुक्ला परिवार में ख़ुशी की लहर 

यूक्रेन से सोलन लौटे शिवम शुक्ला परिवार में ख़ुशी की लहर
यूक्रेन में सोलन के बहुत से छात्र फंसे हुए थे। जिसमें में एक छात्र  शिवम शुक्ला भी था। जो कई दिनों से रोमानिया के रिफ्यूजी कैंप में था।  पिछले कल वह सकुशल सोलन लौट आया।  अब  शिवम का परिवार बेहद खुश है। आपको बता दें कि शिवम के पिता डॉक्टर खेम राज शुक्ला है और वह आयुष विभाग से सेवानिवृत्त हो चुके है। वह अपने बेटे को चिकित्सक बनाना चाहते थे। भारत में  मेडिकल क्षेत्र में सीटें कम होने की वजह से  उन्हें मजबूरन अपने बेटे को यूक्रेन भेजना पड़ा। लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनका बेटा वहां जा कर फंस जाएगा।  जब उन्हें रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले की सूचना मिली तो उनकी पत्नी और दोनों बेटियां बेहद चिंतित हो गयी थी।  लेकिन वह फोन के माध्यम से शिवम से पल पल की खबर ले रहे थे।  उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि उनके बेटे ने विषम परिस्थितियों में भी अपना हौंसला नहीं तोडा और वह और विद्यार्थियों के लिए भी  प्रेरक बना रहा।
शिवम ने बताया कि  वह जब कीव में फंस गए थे तो वह 250 भारतीय विद्यार्थियों के साथ एक बंकर में रहे।  जहाँ  उनके बंकर के पास एक मिज़ाइल भी  गिरी जिसकी वजह से उनका सारा भवन कांप गया था।  उनके आस पास काफी तबाई हो रही थी।  खाने पीने का सामान काफी महंगा हो गया था।  जब भारत ने यूक्रेन के पक्ष में कुछ बयान नहीं दिया  तो वहां के लोग काफी आक्रामक हो चुके थे।  कीव रेलवे स्टेशन पर पहुंचे तो वहां के लोगों ने उन्हें खींच कर ट्रेन से  उतार दिया और खुद चढ़ गए। जिसकी वजह से उनकी ट्रेन छूट गई।  एक बस वाला उन्हें और उनके साथियों को बस के माध्यम से रोमानिया बॉर्डर पर लेजाने को तैयार हो गया। लेकिन वह उनसे  इस एवज में ढाई लाख नकद मांग रहा था सभी ने बड़ी  मुश्किल से राशि एकत्र कर उन्हें दी और वह तब जा कर रोमानिया बॉर्डर पर पहुंचे।  उन्होंने कहा कि रोमानिया बॉर्डर पर बहुत अधिक ठंड थी तापमान माइनस में था लेकिन वह वहां अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रहे थे। उसके बाद वह उस पल का इंतज़ार कर रहे थे कि वह प्लेन में बैठ कर भारत पहुंच जाए।  और अंत में आखिर भारत के लिए प्लेन उपलब्ध करवाया गया और वह सकुशल सभी की प्रार्थना की वजह से भारत पहुंच पाए।