वैश्विक महामारी ने जीवन की रफ्तार को रोक दिया था। इससे बहुत से लोग उबर गए थे, लेकिन कुछ क्षेत्र ऐसे भी थे जो जीवन की धारा में नहीं लौटे थे। शहर ने बच्चों व वयस्कों को आत्मरक्षा के टिप्स देने वाले मंच को भी खो दिया था। खैर, आत्मरक्षा के गुर सिखाने में माहिर ‘जावेद उल्फत’ तकरीबन तीन साल बाद ‘वार टाइम काॅमबेट सिस्टम’ (War Time Combat System) को वापस लेकर आए हैं।
पांच साल से अधिक उम्र वाले मार्शल आर्ट (martial arts) की अलग-अलग विधाओं के अलावा जूडो, कराटे (judo karate) के टिप्स हासिल कर सकते हैं। तीन साल बाद फर्क ये है कि अब ये प्रशिक्षण इंडोर केंद्र में दिया जा रहा है, पहले चौगान के समीप सुरेंद्रा क्लब (Surendra Club Nahan) में खुले आसमान के नीचे प्रशिक्षण दिया जाता था।
7 डैन ब्लैक बैल्ट जावेद उल्फत को क्षेत्र में तकरीबन 26 साल का अनुभव प्राप्त है। हालांकि, खुद टिप्स सीखने की शुरुआत नाहन से की थी, लेकिन बाद में केरल व गुजरात में प्रशिक्षण हासिल करने के बाद मौजूदा में नेशनल जज व नेशनल रेफरी (National Judge and National Referee) भी हैं।
दरअसल, तीन साल पहले तक शहर के बच्चों में कराटे व मार्शल आर्ट आदि की विधाओं को सीखने का जबरदस्त क्रेज था। लेकिन वैश्विक महामारी के कारण प्रशिक्षण बंद हो गया था। इसे वापस पटरी पर लाने की कोशिश जावेद द्वारा की जा रही थी।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में जावेद उल्फत ने कहा कि बच्चों, व्यस्क पुरुषों व महिलाओं के लिए अलग-अलग बैच बनाए गए हैं। उन्होंने इस बात की भी गारंटी दी है कि बेहतरीन प्रशिक्षण हासिल करने वाले बच्चों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंच उपलब्ध करवाया जाएगा। ड्रैगन मार्शल आर्ट अकादमी (Dragon Martial Arts Academy) के संस्थापक जावेद उल्फत ने कहा कि वो आर्मी व पुलिस को भी एडवांस कोर्स देने की क्षमता रखते हैं।
उन्होंने कहा कि शहर में बच्चे आत्मरक्षा (Self Defence) का प्रशिक्षण हासिल करने से वंचित थे। जावेद उल्फत ने कहा कि अकादमी में दाखिला लेने के इच्छुक उन्हें मोबाइल नंबर 70181-36866 पर संपर्क कर सकते हैं।
ये किया अनुभव साझा…
एक सवाल के जवाब में जावेद उल्फत ने कहा कि अकादमी से प्रशिक्षण हासिल करने वाले एक युवक को दिल्ली में अपनी रियल लाइफ में इसका फायदा हुआ था। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण हासिल कर चुका युवक दिल्ली में महिला दोस्त के साथ जा रहा था। इस दौरान कुछ शरारती तत्वों ने दोस्त से छेड़छाड़ शुरू कर दी। इसके बाद अकादमी में सीखे टिप्स की मदद से वो शरारती तत्वों को खदेड़ने में कामयाब हुआ था।
जावेद ने कहा कि पहले 30 प्रशिक्षुओं को फीस में 33 प्रतिशत छूट देने का निर्णय भी किया गया है। उन्होंने कहा की पहले ड्रैगन अकादमी के बैनर तले प्रशिक्षण दिया जाता था। पहले भी खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते है।