मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के बीच जारी जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। मीडिया के सामने आए मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष की तरफ से की जा रही बयानबाजी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हमें अपनी हद पता है, वह अपने बारे में सोचें। हालांकि उन्होंने इस बारे में अधिक कुछ नहीं कहा। उन्होंने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की तरफ से गुड़िया मामले पर की गई टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि गुड़िया हत्याकांड देश भर में बड़ा मुद्दा बना था तथा उस बात को छोटा कहना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं घटित न हों, इसके लिए पुलिस बल को अधिक सशक्त करने के अलावा मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
उदयपुर में घटित हुई घटना निंदनीय
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राजस्थान के उदयपुर में एक निर्दोष व्यक्ति की निर्मम हत्या की घटना की निंदा की है और राजस्थान सरकार से इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की हिम्मत और हौसले इस कद्र बढ़ गए हैं कि सारी हैवानियत की हदें पार कर दी गई हैं। ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष बकवास के स्थान पर विकास की राजनीति करें : राकेश पठानिया
वन मंत्री राकेश पठानिया ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री को बकवास के स्थान पर विकास की राजनीति करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक अस्थिरता के कारण नेता प्रतिपक्ष बौखलाहट में हैं। उन्होंने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि 4 राज्यों के बाद हिमाचल प्रदेश में भी भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कभी भी नेता प्रतिपक्ष के परिवार पर कोई बयान नहीं दिया है, ऐसे में नेता प्रतिपक्ष किस आधार पर ओकओवर को खाली करने की बात कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नेता प्रतिपक्ष ने राजनीति में विरोध करने के स्तर को गिराया है। ओकओवर मुख्यमंत्री का सरकारी आवास है तथा जब तक वह इस पद पर हैं, वहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार में भी कांग्रेस की छोटी सी भूमिका थी, जो अब मुक्ति की कगार पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को अपने 5 साल मंत्री पद पर रहते हुए किए गए कार्यों को गिनवाना चाहिए कि उस समय उनका महकमा कहां था और आज कहां है। उन्होंने कहा कि वह उस समय 18वें नंबर पर थे और आज कोरोना के बावजूद हम सातवें नंबर पर हैं।