Weather Update: केरल में घनघोर बारिश की चेतावनी, अगस्‍त-सितंबर में सामान्‍य से ज्‍यादा बरसेगा मॉनसून

Rain alert: भारतीय मौसम विभाग ने देश में अगले दो महीनों के बीच सामान्‍य से अधिक बारिश का अनुमान लगाया है। पिछले दो महीने यूपी और झारखंड में कम बारिश हुई है लेकिन अब अगस्‍त-सितंबर में यह कमी पूरी हो सकती है।

Weather Update: केरल में घनघोर बारिश की चेतावनी, अगस्‍त-सितंबर में सामान्‍य से ज्‍यादा बरसेगा मॉनसून
सांकेतिक तस्‍वीर
नई दिल्‍ली: भारत में मॉनसून की बारिश जारी है। मौसम विभाग (IMD) ने केरल में अगले 4 दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। केरल के जिले त‍िरुवनंतपुरम में रेड अलर्ट (rain alert) के चलते स्‍थानीय प्रशासन ने सभी शैक्षणिक संस्‍थानों को मंगलवार को बंद करने का निर्देश दिया है। भारत मौसम व‍िज्ञान विभाग ने अनुमान जताया है कि अगस्‍त से सितंबर के बीच मॉनसून की बारिश सामान्‍य से अधिक रह सकती है।

अगले दो दिनों के लिए IMD ने केरल के 10 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इससे पहले राज्‍य के तिरुवनंतपुरम, कोल्‍लम, पथनमिट्टा, अलापुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम और इदुक्‍की जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया जा चुका है। ऑरेंज अलर्ट का अर्थ है कि 6 से 20 सेंटीमीटर तक भारी बारिश, यलो अलर्ट का मतलब है कि 6 से 11 सेंटीमीटर तक की भारी बारिश की आशंका है

यूपी, झारखंड में हुई कम बारिश
भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार को बताया कि भारत में खासतौर से पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड में अगस्त-सितंबर में मानसून की सामान्य बारिश होगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड में इस मानसून में कम बारिश हुई है।

अब सामान्‍य से अधिक होगी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने कहा, ‘देशभर में दक्षिणपश्चिम मानसून के दौरान अगस्त-सितंबर में बारिश सामान्य रहने की अधिक संभावना है, जो कि ‘लॉन्ग पीरियड एवरेज’ (एलपीए) का 94 से 106 प्रतिशत है।’

भारत में एक जून से 31 जुलाई के बीच इस मानसून के मौसम में सात प्रतिशत अतिरिक्त बारिश हुई लेकिन चावल उत्पादक राज्यों पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और केरल में कम बारिश हुई। मोहपात्रा ने कहा, ‘अगस्त में देशभर में मासिक बारिश सामान्य रहने की अधिक संभावना है जो एलपीए का 94 से 106 प्रतिशत है।’

पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में उम्‍मीद से कम
उन्होंने बताया कि दक्षिणपूर्व भारत, उत्तरपश्चिम भारत और पश्चिम मध्य भारत के ज्यादातर हिस्सों में ‘सामान्य’ से लेकर ‘सामान्य से अधिक’ बारिश की संभावना है जबकि पश्चिमी तट और पूर्वी मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में उम्मीद से कम बारिश हो सकती है।