प्रदेश में लोगों को मौसम राहत देने वाला नहीं है। मौसम केंद्र शिमला के अनुसार शनिवार और रविवार को दो दिन यलो अलर्ट रहेगा, जिससे झमाझम बारिशें होंगी। फिलवक्त प्रदेश में हो रही मूसलाधार बारिशें अपना कहर बरपा रही हैं। शुक्रवार को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी आंकड़ों के तहत 24 घंटों में प्रदेश में सात लोगों की मौत, दो लोग घायल हुए हैं, जबकि 56 मवेशियों की मौत हुई है। प्रदेश में 46 सडक़ें बंद हैं और 97 बिजली के ट्रांसफार्मर ठप पड़े हुए हैं, जिससे कई इलाकों में ब्लैक आउट चला हुआ है। जानकारी के अनुसार शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंडी कार्यक्रम में भी बारिश खलल डाल सकती है, क्योंकि मौसम विभाग की ओर से दो दिनों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण ऐसा हो रहा है और पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडल में एक ट्रफ के रूप में अपनी धूरी के साथ समु्रदतल से 5.8 किलोमीटर ऊपर है, जिससे बारिशों का दौर बना हुआ है। प्रदेश में ऊना में सर्वाधिक 34.8 डिग्री तापमान रहा है, जबकि केलांग में 5.9 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान आंका गया है।
प्रदेश में हो रही बारिशों के कारण शुक्रवार को सात लोगों की मौत में चंबा, हमीरपुर, शिमला में 1-1, मंडी व ऊना में 2-2 लोगों ने दम तोड़ा है। इनमें ऊंचाई से गिरने, सांप के काटने, सडक़ हादसे व हार्नेट बाइट से हुई है, जबकि मंडी व ऊना में दो लोग घायल भी हुए हैं। चंबा में 55, मंडी में 1 मवेशी ने दम तोड़ा है। प्रदेश में 46 मार्ग बंद पड़े हुए हैं, जिसमें सबसे अधिक कांगड़ा में 14, शिमला में 10, सिरमौर में 9, कुल्लू में 7, बिलासपुर में 1, चंबा में 3, किन्नौर में 1, सोलन में 1 मार्ग शामिल है। प्रदेश में 97 बिजली के ट्रांसफार्मर भी ठप चले हुए हैं, जिसमें लाहुल-स्पीति में सबसे अधिक 78 और किन्नौर में 19 ट्रांसफार्मर शामिल हैं। प्रदेश में 29 जून से लेकर अभी तक की मॉनसून अवधि में 378 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 685 घायल हो गए है। 858 पशुओं व पक्षिओं को नुकसान हुआ है और 2255.348 लाख की संपत्ति को प्रदेश भर में नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग के मुताबिक बारिशों के यलो अलर्ट जारी रहने के कारण नुकसान का आकलन और बढ़ सकता है।