वेब सीरीज ‘पाउडर’ मुंबई में ड्रग्स के धंधे की कहानी है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के चीफ और ड्रग माफिया के डॉन के बीच इस जबरदस्त थ्रिलर को अब तक नहीं देखा है तो देख डालिए।
‘पाउडर’ वेब सीरीज की कहानी
साल 2010 में Powder Series टीवी पर रिलीज हुई थी। बाद में इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म Netflix पर रिलीज किया गया। अपने नाम के मुताबिक ही यह पूरी तरह से मुंबई में ड्रग्स के धंधे पर आधारित है। कहानी के केंद्र में दो लोग हैं। एक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी NCB का हेड उस्मान मलिक है। इस किरदार में मनीष चौधरी हैं। जबकि दूसरे हैं मुंबई में ड्रग माफिया का सिरमौर नावेद अंसारी। इस रोल में पंकज त्रिपाठी हैं। उस्मान और नावेद मुंबई की झुग्गी बस्ती में कभी साथ पले-बढ़े। एक ने देश सेवा को चुना और दूसरे ने अपराध को।
NCB की परेशानी और नावेद अंसारी का सपना
‘पाउडर’ वेब सीरीज में NCB की सबसे बड़ी परेशानी ये है कि वह नावेद अंसारी के गोरखधंधे के बारे में जानती तो सबकुछ है, लेकिन उसके पास इसे साबित करने के लिए कोई सुबूत नहीं है। नावेद NCB अधिकारियों के लिए किसी साए की तरह है। जिसकी मौजूदगी का एहसास तो सबको है, लेकिन कोई उसे छू नहीं सकता। दूसरी ओर नावेद ड्रग्स के धंधे के साथ-साथ राजनीति में अपनी किस्मत चमकाने के लिए भी दांव खेल रहा है।
विकास कुमार और राहुल बग्गा की दमदार एक्टिंग
यह सीरीज सिर्फ ड्रग्स के धंधे और नारकोटिक्स ब्यूरो के काम के तरीके पर ही बात नहीं करती। यह पुलिस और NCB के बीच की खींचतान को भी दिखाती है। यह ईमानदारी, धोखा, लालच, प्यार और ताकत पाने की लालसा की भी कहानी है। इस सीरीज में एक और एजेंसी का जिक्र बार-बार आता है, जिसे DRI नाम दिया गया है। यानी डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस। यकीनन पंकज त्रिपाठी और मनीष चौधरी सीरीज की जान हैं। लेकिन इसमें विकास कुमार, राहुल बग्गा के साथ ही रसिका दुग्गल और गीतिका त्यागी के किरदार ने खूब रंग जमाया है।
28 एपिसोड, लेकिन बोर नहीं करती
‘पाउडर’ वेब सीरीज को अतुल सभरवाल ने डायरेक्ट किया है। कहानी भी उन्होंने ही लिखी है। सीरीज की कहानी में उनकी रिसर्च और मेहनत झलकती है। सबसे अच्छी बात यह है कि 28 एपिसोड की यह सीरीज कहीं भी आपको बोर होने का मौका नहीं देती है। कुल मिलाकर कुछ अच्छा, दमदार और दिलचस्प देखने की चाहत रखते हैं तो यह वेब सीरीज इस हफ्ते आपके लिए परफेक्ट है।