भारत में गांजे का सेवन या इसकी खरीद बेच को कानूनी अपराध माना जाता है. इसके बावजूद लोग चोरी छुपे इसका सेवन कर लेते हैं. समाज में भी गांजे का सेवन एक बुरी लत कहलाता है. ऐसा करने वालों के लिए लोग अक्सर कहते हैं कि ‘ये लोग कुछ नहीं कर सकते, बस गांजा फूंक कर पड़े रहते हैं.’ ऐसी स्थिति में अगर कहा जाए कि गांजा फूंकने की नौकरी निकली है, जिसमें लाखों रुपये की सैलरी दी जा रही है, तो शायद किसी को यकीन न आए.
गांजा फूंकने की नौकरी, सैलरी 88 लाख
लेकिन ये सच है, एक कंपनी ने गांजा पीने वालों के लिए खासतौर पर एक गजब के जॉब का ऑफर दिया है. इस संबंध में कंपनी ने विज्ञापन भी निकाला है. जिसके मुताबिक, ये एक गांजा फूंकने की जॉब है, जिसके बदले 88 लाख रुपये की भारी-भरकम सैलरी भी दी जाएगी. इस विज्ञापन के सामने आने के बाद गांजा पीने वालों ने ये नौकरी पाने के लिए लाइन लगा दी है.
कंपनी ने निकाला विज्ञापन
जर्मनी की ‘कैनबिस सोम्मेलियर’ (Cannabis Sommelier) नामक एक कंपनी को अपने एक कर्मचारी के रूप में पेशेवर गंजेड़ी की तलाश है. कंपनी को प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता जांचने के लिए ‘वीड एक्सपर्ट’ (Weed Expert) की जरूरत है. कोलोन बेस्ड कैनामेडिकल, जर्मन फार्मेसीज को दवा के तौर पर कैनबिस यानी भांग बेचती है. इसके लिए उसे ऐसे लोगों की तलाश है, जो उसके प्रोडक्ट को सूंघे, महसूस करे और स्मोक करके उसकी गुणवत्ता की जांच करे.
प्रोडक्ट की गुणवत्ता चेक करने का है काम
इस संबंध में कंपनी के सीईओ डेविड हेन ने मीडिया को बताया कि उनके प्रोडक्ट्स ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, पुर्तगाल, मैसेडोनिया और डेनमार्क जैसे देशों में भेजे जाते हैं. उन्हें इनकी स्टैंडर्ड मॉनटरिंग के लिए एक शख्स की जरूरत है. उन्होंने बताया कि कर्मचारी को जर्मनी में भी डिलीवर हुए मटीरियल का क्वालिटी चेक करना होगा. भले ही समाज में इसे गलत माना जाता हो लेकिन इस नौकरी के लिए दुनिया भर के गंजेड़ी आवेदन दे रहे हैं. हालांकि ये बात गौर करने लायक है कि इस नौकरी को करने के लिए वही लोग योग्य माने जाएंगे जो कैनबिस पेशेंट हों और जिनके पास जर्मनी में कानूनी तौर पर गांजा पीने का लाइसेंस हो.