Noida News: सीमेंट कारोबारी ग्रेटर नोएडा के निवासी प्रवीण और उनकी पत्नी उषा घूमने के लिए स्विटजरलैंड जा रहे थे। अबू धाबी एयरपोर्ट पर पुलिस ने उन्हें यह कहते हुए रोक लिया कि उनकी शक्ल एक क्रिमिनल से मिलती है। पत्नी को वापस भारत डिपोर्ट कर दिया गया है। परिवार ने गलतफहमी का आरोप लगाया है।
ग्रेटर नोएडा: पत्नी के साथ स्विट्जरलैंड घूमने गए एक सीमेंट कारोबारी को अबू धाबी एयरपोर्ट पर वहां की पुलिस ने अरेस्ट किया है। अबू धाबी पुलिस ने उनकी पत्नी को वापस इंडिया भेज दिया है। पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि अबू धाबी पुलिस का दावा है कि कारोबारी की शक्ल एक क्रिमिनल से मिलती है। पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि 36 घंटे से उनका संपर्क नहीं हुआ है। पीड़ित परिवार के लोगों ने डीएम से शिकायत की है। डीएम ने अबू धाबी में भारतीय दूतावास से संपर्क किया है और विदेश मंत्रालय को भी लेटर भेजा है।
ग्रेनो में हबीबपुर गांव के रहने वाले अतुल शर्मा ने बताया कि उनका भाई प्रवीण कुमार और भाभी उषा शर्मा सीमेंट और स्टील का कारोबार करते हैं। सीमेंट कंपनी ने पति-पत्नी को स्विट्जरलैंड टूर पर भेजा था। दोनों 11 अक्टूबर को दिल्ली से स्विट्जरलैंड के लिए रवाना हुए थे। इन लोगों को आबू धाबी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से स्विट्जरलैंड के लिए दूसरी फ्लाइट पकड़नी थी। उसी दौरान आबू धाबी पुलिस ने प्रवीण शर्मा को रोक लिया। उनसे कहा गया कि आपकी शक्ल एक अपराधी से मिलती है।
प्रवीण की पत्नी उषा शर्मा को अबू धाबी से भारत के लिए डिपोर्ट कर दिया गया। अतुल शर्मा का कहना है कि उनके भाई प्रवीण का किसी अपराधी से कोई लेना-देना नहीं है। प्रवीण के खिलाफ कहीं कोई आपराधिक मुकदमा भी नहीं चल रहा है। वहां की पुलिस को गलतफहमी हुई है। उनके भाई को गलत ढंग से बंधक बनाकर रखा गया है।
अतुल शर्मा ने गुरुवार को गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई से मुलाकात की। उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने विदेश मंत्रालय और आबू धाबी में भारतीय दूतावास से संपर्क किया है। आबू धाबी पुलिस ने दूतावास को बताया है कि जिस व्यक्ति से प्रवीण शर्मा की शक्ल मिलने की बात कही जा रही है, वह केरल का निवासी है।