कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाली पहली महिला पहलवान, विनेश फोगाट ने भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख पर गंभीर आरोप लगाए हैं. भारत की शीर्ष पहलवान ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन प्रताड़ना, और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है.
18 जनवरी को फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया समेत देश के कई शीर्ष पहलवानों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया. बृजभूषण शरण सिंह भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख होने के साथ ही उत्तर प्रदेश के कैसरगंज सीट से भाजपा सांसद भी हैं. सिंह ने इन आरोपों को खारिज किया है.
विनेश फोगाट ने क्या कहा?
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विनेश फोगाट का आरोप है कि लखनऊ कैम्प में कई महिला पहलवानों का यौन शोषण किया गया. The Times of India की रिपोर्ट के अनुसार, फोगाट ने कहा कि उनके साथ कभी यौन उत्पीड़न की घटना नहीं हुई लेकिन धरने प्रदर्शन में एक पहलवान मौजूद हैं जिनके साथ ऐसा हुआ था. विनेश ने कहा कि महिला कोचों को भी प्रताड़ित किया जा रहा है.
मीडिया से बात-चीत करते हुए विनेश फोगाट ने कहा, ‘मैं कम से कम 10-12 महिला पहलवानों को जानती हूं जिन्हें WFI प्रेसिडेंट ने सेक्शुअली हैरेस किया. उन्होंने अपनी कहानी बताई, मैं नाम नहीं ले सकती लेकिन मैं देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को ज़रूर बताऊंगी.’ फोगाट ने कहा, ‘हमें धमकियां दी गई कि अगर हमने ज़ुबान खोली तो हमारा करियर खत्म कर दिया जाएगा. हमने पीएम से भी बात करने की कोशिश की.’
बजरंग पुनिया ने क्या कहा?
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तीन महीने पहले विनेश फोगाट और टोक्यो ओलंपिक में कांंस्य पदक विजेता, बजरंग पुनिया गृह मंत्री अमित शाह से भी मिले थे. पुनिया ने बताया, ‘हम गृह मंत्री से मिले थे. उन्होंने कहा था कि हमें न्याय मिलेगा.’ पुनिया ने कहा कि ये धरना प्रदर्शन इस गंभीर मुद्दे की तरफ़ ध्यान खींचने के लिए किया जा रहा है.
पत्रकार पुनीत कुमार सिंह ने ट्विटर पर पुनिया का एक वीडियो शेयर किया. इस वीडियो के द्वारा पुनिया ने 19 जनवरी को सभी को जंतर मंतर पर आमंत्रित किया. पुनिया ने कहा कि ये कुश्ती को बचाने की लड़ाई है.
शीर्ष पहलवानों की मांग है कि बृजभूषण शरण सिंह को तुरंत बर्खास्त किया जाए. पुनिया ने ये भी कहा कि जब तक जब तक WFI प्रेसिडेंट को नहीं हटाया जाता पहलवान किसी भी अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लेंगे. पुनिया ने ये साफ़ कर दिया कि उनकी लड़ाई सरकार से ये स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया से नहीं है.
बीते बुधवार को जंतर-मंतर पर तकरीबन 30 एथलीट्स धरना प्रदर्शन करने बैठ गए. इन एथलीट्स में संगीता फोगाट, सत्यवर्त मलिक, जीतेंद्र किन्हा और कॉमनवेल्थ पदक विजेता सुमित मलिक भी शामिल हैं. रियो ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतने वाली साक्षी मलिक और विश्व चैंपियनशिप्स पदक विजेता सरिता मोर भी प्रदर्शन में नज़र आईं.
बृजभूषण शरण सिंह ने क्या कहा?
सिंह ने मीडिया से बात-चीत के दौरान कहा कि एक हफ़्ते पहले बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक मुझ से मिलने आए थे और तब उन्हें कोई समस्या नहीं हुई थी. शायद उन्हें मेरे कुछ निर्णय पसंद नहं आए लेकिन मैंने स्पोर्ट्स की बेहतरी के लिए ही लिया था.
WFI प्रमुख ने ANI से बात-चीत में कहा, ‘कुछ दिन पहले विनेश ने एक मीटिंग में चीफ़ कोच बदलने की मांग की. एक खिलाड़ी के कहने पर कोच नहीं रखा जा सकता. हमें दूसरे राज्यों के खिलाड़ियों के बारे में भी सोचना चाहिए. उन्हें पहले ही मुझे उन कोचेस के नाम बताने थे जो खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण करते थे.’
बृजभूषण शरण सिंह ने ये भी कहा, ‘पहलवानों के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है. मैं फांसी पर चढ़ने के लिए तौयार हूं अगर मेरे खिलाफ़ एक भी सेक्शुअल हैरेसमेंट का केस साबित होता है. मैं WFI प्रेसिडेंट के पद से इस्तीफ़ा नहीं दूंगा लेकिन मैं CBI या पुलिस जांच के लिए तैयार हूं.’
खेल मंत्रालय ने 72 घंटों में मांगा जवाब
खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ से 72 घंटे में जवाब मांगा है. एक प्रेस रिलीज़ में खेल मंत्रालय ने कहा कि क्योंकि मामला खिलाड़ियों की भलाई का है इसलिए मंत्रालय इस मामले को गंभीरता से लिया है. अगर 72 घंटे में भारतीय कुश्ती संघ जवाब नहीं देता है तो नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट कोड, 2011 के तहत आगे की करवाई की जाएगी.
18 जनवरी से होने वाला नेशनल रेसलिंग कैम्प भी रद्द कर दिया गया है. स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के लखनऊ स्थित नेशनल सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस में 18 जनवरी, 2023 को महिला नेशनल रेसलिंग कोचिंग कैम्प लगने वाला था. इस कैम्प में 41 रेसलर और 13 कोच हिस्सा लेने वाले, फिल्हाल मंत्रालय ने से भी रद्द कर दिया है.