पश्चिम एशिया में अमेरिका और नाटो के आने से हमें क्या मिला… विनाश, कब्जा और नरसंहार, न्यूयॉर्क में बोले ईरानी राष्ट्रपति

Iran President on US In UN : राष्ट्रों को उनके मुद्दों को सुलझाने में मदद करने और उनके आंतरिक मामलों में विदेशी शक्तियों के हस्तक्षेप को रोकने में संयुक्त राष्ट्र की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए रायसी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में सभी देशों के लिए एक संगठन होना चाहिए, न कि केवल प्रमुख शक्तियां के लिए।

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फोटो : ट्विटर

तेहरान : ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने कहा कि (पश्चिम एशिया) क्षेत्र में अमेरिका और नाटो की मौजूदगी का नतीजा है, विनाश, कब्जा और नरसंहार। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रायसी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र से इतर गुरुवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ एक बैठक में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ईरान में बड़ी संख्या में अफगान शरणार्थियों ने प्रवेश किया है, जो इस क्षेत्र और पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा खतरा है।

ईरानी राष्ट्रपति ने कुछ क्षेत्रीय राज्यों में चल रहे संकटों की ओर मुड़ते हुए कहा कि इसका समाधान विदेशी हस्तक्षेप के बिना राष्ट्रीय संवाद आयोजित करना है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से कुछ राज्यों द्वारा एकतरफा दृष्टिकोण और नीतियों का सामना करने में अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आग्रह किया। राष्ट्रों को उनके मुद्दों को सुलझाने में मदद करने और उनके आंतरिक मामलों में विदेशी शक्तियों के हस्तक्षेप को रोकने में संयुक्त राष्ट्र की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए रायसी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में सभी देशों के लिए एक संगठन होना चाहिए, न कि केवल प्रमुख शक्तियां के लिए।

ईरानी सुप्रीम लीडर की सबसे बड़ी फोटो जलाई
ईरान में फिलहाल विरोध प्रदर्शन और आगजनी हो रही है। पुलिस हिरासत में एक महिला की मौत के बाद शुरू हुए प्रदर्शन शुक्रवार को उग्र हो गए जब प्रदर्शनकारी सुरक्षाबलों से भिड़ गए। सरकारी टीवी में मरने वालों की संख्या 26 के करीब बताई जा रही है। शुक्रवार को तेहरान से सामने आए एक वीडियो में कुछ नकाबपोश प्रदर्शन ईरानी सुप्रीम लीडर की एक विशालकाय तस्वीर को जलाते नजर आए। कहा जा रहा है लोगों ने देश के सर्वोच्च नेता की सबसे बड़ी फोटो जला दी है।

पुलिस हिरासत में महिला की मौत के बाद फैला आक्रोश
ईरान में हिंसा उत्तर-पश्चिमी कुर्द शहर की एक युवती अमिनी की मौत के बाद शुरू हुई, जिसे पिछले हफ्ते तेहरान में पुलिस ने सख्त ड्रेस कोड का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसकी मृत्यु पर पश्चिमी देशों और संयुक्त राष्ट्र ने ईरान की तीखी निंदा की है और घटना से पूरे देश में आक्रोश फैल गया है। वीडियो में दिखता है कि अमिनी ने अपनी गिरफ्तारी के समय एक लंबा काला गाउन (अबाया) और सरकार की ओर से अनिवार्य किया गया इस्लामिक हिजाब पहना हुआ था। घटना के बाद बड़ी संख्या में महिलाएं हिजाब के विरोध में सड़कों पर उतर आई हैं और ‘स्वतंत्रता’ के नारों के बीच कई महिलाओं द्वारा हिजाब जलाए जाने के वीडियो सामने आए हैं।