सूर्य ग्रहण में क्या होता है सूतक काल? जानें इस समय क्या करें और क्या न करें

ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे या 09 घंटे पूर्व प्रारंभ होता है. (Photo: Pixabay)

ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे या 09 घंटे पूर्व प्रारंभ होता है

2022 Surya Grahan Sutak Time in India: साल 2022 का अंतिम सूर्य ग्रहण आज 25 अक्टूबर को लग रहा है. भारत में यह​ एक आंशिक सूर्य ग्रहण है. यह देश के दिल्ली, बेंगलूरु, उज्जैन, कोलकाता, वाराणसी, मथुरा समेत कई शहरों में दिखाई देगा. यह सूर्य ग्रहण यूरोप, एशिया और उत्तरी-पूर्वी अफ्रीका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. आज के सूर्य ग्रहण का सूतक काल प्रात: 03 बजकर 17 मिनट से शुरू हो गया है. सूर्य ग्रहण के समापन के साथ ही सूतक काल का समापन होगा. ग्रहण के समय में सूतक काल क्या होता है? सूतक काल में किन कार्यों को करना वर्जित है? श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी से जानते हैं सूतक काल के बारे में.

सूर्य ग्रहण 2022 समय
आज सूर्य ग्रहण का प्रारंभ शाम 04:28 बजे से होगा और इसका समापन शाम 05:30 बजे होगा. स्थान के आधार पर इसके प्रारंभ और समापन के समय में थोड़ा बहुत परिवर्तन संभव है.

सूर्य ग्रहण 2022 सूतक काल समय
सूर्य ग्रहण का सूतक काल आज प्रात: 03:17 बजे लेकर शाम 05:42 बजे तक है.

क्या है सूतक काल?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे या 09 घंटे पूर्व प्रारंभ होता है. सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण समय से 12 घंटे पूर्व प्रारंभ हो जाता है, जबकि चंद्र ग्रहण में सूतक काल 09 घंटे पूर्व प्रारंभ होता है. सूतक काल को एक प्रकार से अशुभ समय मानते हैं, इसमें कोई भी मांगलिक शुभ कार्य नहीं करते हैं. ग्रहण के समापन के कुछ समय बाद सूतक काल का अंत होता है. जिस स्थान पर सूर्य ग्रहण दिखाई देता है, वहां पर सूतक काल मान्य होता है.

सूतक काल में क्या करें और क्या न करें
1. सूतक काल के समय में सोना वर्जित होता है.

2. इस समय में भोजन नहीं करना चाहिए.

3. सूतक काल के समय में आप अपने इष्ट देव के नाम का जप कर सकते हैं. इस समय में मंदिर के कपाट बंद रहते हैं.

4. सूतक काल में गर्भवती महिलाओं को भी विशेष ध्यान रखना होता है. उनको नुकीली वस्तुओं जैसे सुई, कैंची, चाकू आदि का उपयोग किसी काम में नहीं करना चाहिए.