Mayra Bhaat In Nagaur Rajasthan: भाई की ओर से बहन का मायरा भरने के लिए दुनियाभर में नागौर जिला प्रसिद्ध है। इसी जिले के जाट समाज से आने वाले राजोद गांव के सतीश गोदारा और छोटे भाई मुकेश गोदारा ने अपनी बहन का ऐसा मायरा भरा कि देखने वालों की आंखें फटी की फटी रह गईं।
नागौर: बहनों के मायरे भरने के लिए राजा रजवाड़ों के जमाने से ही नागौर जिला चर्चित रहा है। नागौर के भाई अपनी बहनों के लिए किस हद तक जाकर जिम्मेदारी निभाते है और अपना फर्ज अदा करते हैं, इसका ताजा उदाहरण नागौर जिले के राजोद गांव के दो भाई हैं। नागौर जिले के इन दो भाइयों ने ऐतिहासिक मायरों के इतिहास में अपना नाम भी लिखवा दिया। नागौर जिले की जायल तहसील के राजोद निवासी इस परिवार ने यह मायरा भरा है। मायरा वो प्रथा है, जिसमें बहन के बच्चों की शादी में जाकर भाई अपनी सामर्थ्य के हिसाब से कपड़े, रुपये सोने-चांदी के गहने बहन और उसके परिवार को पहनाता है।
जाट समाज से आने वाले राजोद गांव के सतीश गोदारा और छोटे भाई मुकेश गोदारा ने सोनेली गांव जाकर अपनी बहन संतोष पत्नी मनीष पोटलिया के यह मायरा भरा है। दरअसल सतीश व मुकेश गोदारा के भांजे आकाश की शादी है। नागौर जिले में यह रीति-रिवाज है कि भांजे या भांजी की शादी होने पर ननिहाल पक्ष की तरफ से मायरा लेकर आते हैं। सोनेली में आकाश की शादी है। ऐसे में उसके मामा सतीश व मुकेश गोदारा अपनी बहन और अपने भांजे आकाश की मां संतोष का मायरा भरने पहुंचे, दोनों भाईयों ने ऐसा मायरा भरा कि लोग हैरान रह गए।