पुलिस की वर्दी बेहद खास होती है. इसे देखकर किसी का खून गर्म हो जाता है, तो किसी की धड़कन तेज हो जाती है. फिलहाल पुलिस की ड्रेस इसलिए चर्चा में है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने हरियाणा में राज्यों के गृहमंत्रियों को संबोधित करते हुए एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पुलिस के ड्रेस पर अपना सुझाव दिया है. पीएम ने कहा कि देश की पुलिस के लिए ‘वन नेशन’, ‘वन यूनिफॉर्म’ पर विचार किया जा सकता सकता है.
‘वन नेशन’, ‘वन यूनिफॉर्म’ क्या है?
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‘वन नेशन’, ‘वन यूनिफॉर्म’ का सीधा मतलब यह कि पूरे देश में पुलिस की वर्दी एक ही तरह की होनी चाहिए. दरअसल, मौजूदा समय में अलग-अलग राज्यों में पुलिस की ड्रेस में कुछ बदलाव दिखते हैं. उदाहरण के लिए पुदुचेरी पुलिस की वर्दी तो खाकी है पर उनकी टोपी का रंग लाल है. इसी तरह कोलकाता पुलिस सफेद रंग की वर्दी पहनती है. ऐसे में PM का मानना है कि देश भर में पुलिस की पहचान एक जैसी हो सकती है.
पुलिस की वर्दी का इतिहास क्या है?
देशभर में अब अधिकतर पुलिसवाले खाकी वर्दी में दिखते हैं, लेकिन पहले ऐसा नहीं था. खाकी का इतिहास 160 साल पुराना है. 1847 में सर हैरी लैंसडेन जो की एक अधिकारी के पद पर कार्यरत थे, उन्होंने सबसे पहले खाकी रंग की वर्दी पहनी थी. इसके बाद आर्मी रेजिमेंट और पुलिस विभाग ने पूरी तरह से खाकी रंग की वर्दी को आधिकारिक तौर पर स्वीकार कर लिया. तब से ही यह वर्दी भारतीय पुलिस की पहचान बन गई.
पुलिस की वर्दी को लेकर कानून?
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भारत में पुलिस की वर्दी को लेकर संविधान में कानून है. इसके मुताबिक कोई भी राज्य अपनी पुलिस की वर्दी एवं उनसे जुड़े अन्य मुद्दों पर फैसला ले सकती है. संविधान की सातवीं अनुसूची की लिस्ट 2 में इसका उल्लेख मिलता है. इसके तहत राज्य सरकारें अपने पुलिसकर्मियों और सुरक्षाबलों के लिए वर्दी पर फैसले ले सकती हैं. यही कारण है कि पुलिस यूनिफॉर्म अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग देखने को मिलती है.
राज्यों की अलग-अलग यूनिफॉर्म क्यों?
1. पुदुचेरी: पुदुचेरी पुलिस की वर्दी तो खाकी है पर टोपी का रंग लाल है. दरअसल देश को आजादी मिलने के बाद भी यह हिस्सा फ्रांस का गुलाम था. फ्रांस ने अलग दिखने के लिए पुलिस को लाल टोपी पहनने को कहा था. 1954 में फ्रांस से अलग होने के बाद भी पुदुचेरी में यह चलन अभी तक जारी है.
2. कर्नाटक: कर्नाटक में एक समय तक पुलिसकर्मी निक्कर पहना करते थे. लेकिन अब वो पेंट पहनते हैं. वहां हेड कान्स्टेबल कुर्ता और पुलिस कान्स्टेबल शर्ट पहनते हैं. कर्नाटक में अभी भी रैंक के हिसाब से हैट पहनते है. कुछ साल पहले तक कर्नाटक महिला पुलिस को साड़ी पहनती होती थी, लेकिन अब वो भी पेंट शर्ट पहनती हैं.
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3. कोलकाता: यहां पुलिस अभी भी सफेद रंग की ही वर्दी पहनती है. 1845 में कोलकाता में पुलिस बल का गठन किया था. तब उन्हें सफेद रंग की वर्दी दी गई. खाकी वर्दी को कोलकाता पुलिस ने खारिज कर दिया था. क्योंकि कोलकाता तटीय इलाका है. वहां वातावरण में नमी ज्यादा रहती है. ऐसे में वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सफेद रंग अच्छा है.
4. यूपी: 2018 में यूपी पुलिस की वर्दी में बड़े बदलाव किए गए. पहले यूपी पुलिस सूती कपड़े की वर्दी पहनती थी. वहीं, अब शर्ट का कपड़ा टेरीकॉट का होता और पैंट के कपड़े से उसका रंग हल्का होता है. वर्दी में आधी आस्तीन की शर्ट को भी शामिल किया गया ताकि पुलिसकर्मियों को आस्तीन मोड़कर न पहननी पड़े.