Brazil में आखिर चल क्या रहा है? Elon Musk ने वहां के लोगों से क्यों कहा- शांति से मामला सुलझाएं

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एलोन मस्क ने एक ट्वीट कर ये उम्मीद जताई है कि ब्राजील के लोग शांति से मामलों को सुलझाने में सक्षम हैं. ऐसे में बहुत से लोगों के दिमाग में ये सवाल घूम रहा होगा कि आखिर वह किस बारे में बात कर रहे हैं, और ब्राजील में ऐसा कौन सा मामला है जिसे सुलझाया जाना जरूरी है.

प्रदर्शनकारियों ने किया राष्ट्रपति भवन पर हमला

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8 जनवरी को, ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के हजारों समर्थकों ने कांग्रेस भवन, राष्ट्रपति भवन और सर्वोच्च न्यायालय पर हमला कर दिया. इस हमले को राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा ने “फासीवादी” हमला करार दिया है. हमला इतना बड़ा था कि इसके लिए ब्राजील के सुरक्षा बलों को मोर्चा संभालना पड़ा.

सुरक्षा बालों ने संभाल मोर्चा

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द प्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार सुरक्षा बलों को ब्रासीलिया के सत्ता के केंद्र, कांग्रेस भवन को प्रदर्शनकारियों से आजाद कराने में कई घंटों को समय लगा. सुरक्षा बलों को प्रदर्शनकारियों से मुकाबला करने के लिए घोड़ों पर सवार पुलिस, पानी की तोप, और आंसू गैस के बमों के साथ हेलीकॉप्टरों की मदद लेनी पड़ी. प्रदर्शनकारियों को प्लानाल्टो राष्ट्रपति महल और सुप्रीम कोर्ट से हटाने का एक बड़ा प्रयास अभी भी जारी था.

विश्व के शीर्ष नेताओं ने की हमले की निंदा

 

भारत के पीएम मोदी ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा, ‘ब्रासीलिया में सरकारी संस्थानों में दंगे और तोड़-फोड़ की खबरों से बेहद चिंतित हूं. लोकतांत्रिक परंपराओं का सभी को सम्मान करना चाहिए. हम ब्राजील के अधिकारियों को अपना पूरा समर्थन देते हैं.’

8 जनवरी को ब्रासीलिया के सरकारी भवनों में जबरन घुसने वाली भीड़ के खिलाफ पूरी दुनिया ने निंदा की. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने जायर बोल्सोनारो के समर्थकों द्वारा किए गए हमलों को अपमानजनक कहा.

चिली, कोलंबिया और वेनेजुएला के राष्ट्रपतियों ने भीड़ के व्यवहार की निंदा की, जबकि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने एक सप्ताह पहले ब्राजील के नए राष्ट्रपति के रूप में चुने गए वामपंथी लूला के लिए अपना समर्थन ट्वीट किया. मैक्रॉन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “ब्राजील के लोगों और लोकतांत्रिक संस्थानों की इच्छा का सम्मान किया जाना चाहिए!”

मैक्सिकन राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर ने कहा, “लूला अकेले नहीं हैं, उन्हें अपने देश, मैक्सिको, अमेरिका और दुनिया की प्रगतिशील ताकतों का समर्थन प्राप्त है.”

मस्क के ट्वीट पर भी बवाल

 

इस बीच, ब्राज़ील पर मस्क के ट्वीट को कुछ तीखी प्रतिक्रियाएं भी मिली हैं. उनके इस ट्वीट पर एक यूजर ने न्यूयॉर्क पोस्ट के एक लेख के लिंक के साथ जवाब देते हुए कहा है, “ट्विटर के सीईओ ब्राजील के चुनाव में सीधे शामिल हो गए हैं और घटना से संबंधित ट्वीट्स को व्यक्तिगत रूप से मॉडरेट कर रहे हैं.”

बता दें, लूला ने ब्राजील चुनाव में बोल्सनारो के खिलाफ 2% से कम मतों से जीत हासिल की है. दोनों उम्मीदवारों के सहयोगियों द्वारा वितरित ऑनलाइन गलत सूचनाओं को भयावह रूप से प्रभावित किया गया. बोलसनारो के समर्थकों ने लूला को शैतानवादी कहा जबकि लूला समर्थकों ने बोलसोनारो पर नरभक्षी होने का आरोप लगाया.