अगर दिल्ली में कोरोना का चीन वाला वेरिएंट फैला तो क्या होगा? जानिए सरकार अब तक कितनी तैयार है

Delhi Coronavirus Updates: दिल्ली सरकार कोरोना के नए वेरिएंट से निपटने या किसी भी इमरजेंसी के लिए अभी से तैयार है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने घोषणा की कोरोना से निपटने के लिए 104 करोड़ रुपये का एक्स्ट्रा फंड दिया जाएगा।

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104 करोड़ रुपये का फंड देगी दिल्ली सरकार

वहीं, सोमवार को राजधानी दिल्ली में कोरोना की तैयारियों को लेकर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उच्चस्तरीय बैठक की। अस्पतालों में जरूरी दवाओं की कमी न हो, इसके लिए स्वास्थ्य निदेशालय को 104 करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड दिया जाएगा। डिप्टी सीएम ने अधिकारियों और अस्पताल प्रमुखों से अस्पतालों में सामान्य बेड्स, कोरोना बेड्स, वेंटिलेटर्स की मौजूदा संख्या और जरूरत पड़ने पर उन्हें बढ़ाने, अस्पतालों में डॉक्टर्स व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती, अस्पतालों की ऑक्सिजन आपूर्ति व स्टॉक, आवश्यक दवाइयों के स्टॉक इत्यादि की विस्तृत समीक्षा की।
‘कोरोना संबंधी तैयारियों का डेटा दें’
उन्होंने अस्पतालों को भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड से संबंधित सभी आवश्यकताओं का आकलन करने और उसे स्वास्थ्य निदेशालय के साथ साझा करने के निर्देश दिए। सिसोदिया ने निर्देश दिए कि सभी अस्पताल अपने यहां कोरोना संबंधी तैयारियों को लेकर सभी जरूरी डेटा उपलब्ध कराएं, ताकि एक्शन प्लान बनाया जा सके।

कोरोना के नए वेरिएंट से निपटने की तैयारी
सिसोदिया ने कहा कि कोरोना का नया वेरिएंट बीएफ.7 विश्व के कई देशों में तेजी से फैल रहा है। दिल्ली में कोरोना का नया वेरिएंट फैले या इससे किसी प्रकार की आपात स्थिति पैदा हो, इससे निपटने के लिए केजरीवाल सरकार ने युद्धस्तर पर काम करना शुरू कर दिया है। हमारे नागरिकों को इससे डरने की नहीं, बल्कि अलर्ट रहने की जरूरत है। कोविड के पिछले अनुभवों से हमने बहुत कुछ सीखा है और इससे सरकार को भविष्य के लिए बेहतर तैयारी करने में मदद मिलेगी। हमने सभी तैयारियों और संभावित मामलों को लेकर अस्पतालों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है।

आज सभी अस्पतालों में होगा मॉक ड्रिल
स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देश के अनुसार, मंगलवार 27 दिसंबर को दिल्ली सहित देश के सभी राज्यों में कोरोना से संबंधित तैयारियों का जायजा लेने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन भी किया जा रहा है। दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों में आज इस मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। जिसमें अस्पतालों में कोरोना से जुड़ी हर छोटी-बढ़ी चीज का गहनता से परीक्षण किया जाएगा। मॉक ड्रिल का फोकस अस्पतालों में बेड्स, ह्यूमन-रिसोर्स, रेफरल रिसोर्सेज, टेस्टिंग क्षमता, मेडिकल सामग्रियों की उपलब्धता, टेलीमेडिसिन सेवाओं, ऑक्सिजन आदि पर होगा।