रिलायंस प्रोजेक्ट्स एंड प्रॉपर्टी मैनेजमेंट ने 3720 करोड़ रुपये में रिलायंस इंफ्राटेल की 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है। मुकेश अंबानी की कंपनी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस कंपनी की टावर और फाइबर ईकाई रिलायंस इंफ्राटेक का 100 फीसदी अधिग्रहगण कर लिया है। आपको बता दें कि अनिल अंबानी की ये कंपनी भारी कर्ज के बोझ तले दबी है।
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्री ( Reliance Industries) लगातार एक के बाद एक कंपनियों का अधिग्रहण कर रही हैं। हाल ही में रिलायंस की रिटेल कंपनी ने मेट्रो इंडिया ( Metro India) का अधिग्रहण 2850 करोड़ रुपये में किया तो वहीं अब मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani)कर्ज में डूबी कंपनी रिलायंस इन्फ्राटेल ( Reliance Infratel) का अधिग्रहण करने जा रही है। रिलायंस जियो (Reliance Jio) की यूनिट रिलायंस प्रोजेक्ट्स एंड प्रॉपर्टी मैनेजमेंट ने 3720 करोड़ रुपये में रिलायंस इंफ्राटेल की 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है। इस बारे में गुरुवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर से जानकारी दी गई, जिसमें कहा गया है कि मुकेश अंबानी की कंपनी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (Reliance Communication) कंपनी की टावर और फाइबर बनाने वाली ईकाई रिलायंस इंफ्राटेक का 100 फीसदी अधिग्रहगण कर लिया है। गौरतलब है कि साल 2019 में ही इसके लिए बोली लगाई गई थी।
एनसीएलटी की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद अब इस कंपनी का अधिग्रहण रिलायंस जियो के हाथों में आ जाएगा। आपको बता दें कि रिलायंस कम्यूनिकेशन की कमान मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी के हाथों में है। पिछले कई सालों से कंपनी भारी कर्ज और नुकसान झेल रही है। लंबे वक्त से वो कंपनी को बेचने के लिए तैयारी कर रहे थे। अब इसकी कमान रिलायंस जियो के पास पहुंच गई है गुरुवार को शेयर बाजार को दी गई जानकारी के मुताबिक रिलायंस इंफ्राटेक ने आरपीपीएमएसएल को 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले 50 लाख इक्विटी शेयर आवंटित कर दिए हैं। इसके अलावा कंपनी ने 372 करोड़ के जीरो कूपन जारी कर दिए हैं।
RITL के पास 1.78 लाख रूट किलोमीटर का मोबाइल एसेट्स हैं वहीं देशभर में 43540 मोबाइल टावर हैं। इस बिक्री से आई रकम को अनिल अंबानी अपने लेनदारों को लौटाएंगे। अनिल अंबानी की एक और कंपनी कल बिक गई है। अनिस अंबानी की कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल 8600 करोड़ रुपये में बिक गई। इस कंपनी को हिंदुजा ग्रुप ने खरीदा है। सबसे बड़ी बोली लगातर हिंदुजा समूह ने बुधवार को इस कंपनी को खरीद लिया है। इस कंपनी की नीलामी के लिए 6500 करोड़ रुपये की फ्लोर वैल्यू तय की गई थी।\
जियो को कितना फायदा
कर्ज में डूबी इस कंपनी को खरीदकर रिलायंस जियो को अपने नेटवर्क विस्तार में फायदा मिलेगा। रिलायंस इंफ्राटेक की संपत्तियों का अधिग्रहण कर न केवल घर की कंपनी घर में ही रह जाएगी, बल्कि देश के गावं-गांव तक अपनी पहुंच बढ़ाने में जियो को बड़ी मदद मिलेगी। रिलायंस इंफ्राटेक के पास मोबाइल टावर और फाइबर का विस्तृत जाल है। ऐसे में जियो इस नेटवर्क का इस्तेमाल गांवों और शहरों के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंचने में होगा।