पीएम मोदी की शिमला रैली से पहले HRTC चालकों ने हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है। मांगे पूरी न होने से नाराज HRTC चालक 29 मई रात 12 बजे से हड़ताल पर रहेंगे।
पीएम मोदी की शिमला रैली से पहले HRTC चालकों ने हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है। मांगे पूरी न होने से नाराज HRTC चालक 29 मई रात 12 बजे से हड़ताल पर रहेंगे। चालकों की ये हड़ताल 30 मई रात 12 बजे तक जारी रहेगी। मंगलवार को निगम प्रबंधन से हुई बैठक के बाद HRTC चालक यूनियन ने ये फैसला लिया है।
बैठक के बारे में जानकारी देते हुए HRTC चालक यूनिनय के अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने कहा कि निगम प्रबंधन के साथ हुई उनकी ये बैठक बेनतीजा रही है। उन्होंने बताया कि बैठक में प्रबंधन ने HRTC चालकों को छठे वेतन आयोग को जुलाई से लागू करने की बात को तो मान लिया, लेकिन प्रबंधन ने HRTC चालकों को नाइट ओवर टाइम देने से साफ इंकार कर दिया है। निगम प्रबंधन ने साफ तौर पर कह दिया कि वे चालकों को पूराना नाइट ओवर टाइम नहीं दे सकते।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हमारी निगम प्रबंधन के साथ बैठक हुई थी। इस दौरान हमें 6 महीने में मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन अब 6 महीने पूरा होने के बाद भी हमारी मांगों को अनसुना किया जा रहा है। आज एक बार फिर बैठक में तीन महीने का समय मांगा जा रहा है। ऐसे में यूनियन ने दो टूक शब्दों में कह किया है कि चालक यूनियन अब आंदोलन की रहा पर है। ऐसे में सभी चालक 29 मई रात 12 बजे से 30 मई रात 12 बजे तक 24 घंटे की काम छोड़ो हड़ताल पर रहेंगे। अगर 30 मई को भी हमारी मांग पूरी न हुई तो उसके बाद प्रदेशभर के चालक बैठकर आगामी रणनीति तैयार करेंगे और यदि हमें अनिश्चित कालीन हड़ताल करनी पड़ी तो उससे भी पीछे नहीं हटेंगे।
बता दें कि 31 मई को केंद्र सरकार के 8 साल पूरा होने के जश्न में शिमला में राष्ट्र स्तर का कार्यक्रम आयोजित होने वाला है। पीएम मोदी खुद शिमला पहुंचेंगे और देश को संबोधित करेंगे। वहीं, प्रदेश सरकार ने भी पीएम मोदी की रैली को सफल बनाने के लिए 50 हजार लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में अगर HRTC चालक हड़ताल पर चले गए तो सरकार के लिए एक गंभीर विषय होगा। क्योंकि ज्यादातर रैलियों में भीड़ जुटाने के लिए HRTC बसों के जरिए लोगों को रैली तक पहुंचाया जाता है। अब जब देश के प्रधानमंत्री शिमला आ रहे हैं तो सरकार भी उनके स्वागत में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहेगी। ऐसे में अब देखने वाली बात ये होगी की क्या सरकार HRTC चालकों की बात मानती है या फिर चालक अपनी हड़ताल को और आगे बढ़ाते हैं।