हिमाचल प्रदेश में आज रात 12 बजे से परिवहन निगम के बसों के पहिए थम जाएंगे। मांगे पूरी न होने पर ओर वार्ता के लिए न बुलाने से नाराज परिवहन निगम के कर्मचारियों ने एक दिन की हड़ताल का एलान कर दिया है और सोमवार को सभी बसे खड़ी कर चालक परिचालक हड़ताल पर रहेगे। कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है। इसको लेकर खासा नाराजगी कर्मचारियों में है।
हिमाचल परिवहन कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति , उपाध्यक्ष मान सिंह ठाकुर और सचिव खेमेंद्र गुप्ता सहित अन्य नेताओं ने आरोप लगाया कि निगम कर्मचारियों एवं पेंशनरों की करीब 582 करोड़ रुपये के अनेक वित्तीय लाभ की देनदारियां वर्षो से लंबित हैं। परिवहन निगम में यह एक प्रथा बन चुकी है कि बिना आंदोलन किए कोई भी वित्तीय लाभ नहीं दिए जाते। चार वर्ष से कर्मचारियों ने कोई भी आंदोलन नहीं किया ओर बिना मांगें प्रबंधन व सरकार कर्मचारियों के कोई भी वित्तीय लाभ नहीं देती। हिमाचल परिवहन कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के तत्वावधान में परिवहन निगम के कर्मचारियों की मांगों को पूरा करवाने के लिए समिति द्वारा निगम प्रबंधन को 14 सितंबर को ही नोटिस जारी कर दिया था।
निगम प्रबंधन कर्मचारियों को जानबूझकर आंदोलन के लिए उकसा रहा है। निगम प्रबंधन संयुक्त समन्वय समिति के साथ पूर्व में किए गए समझौतों पर अमल नहीं कर रहा है।उन्होंने कहा कि अभी तक निगम के कर्मचारियों को जनवरी 2016 से 13 फीसद आइआर, डीए जनवरी 2019 से चार, पांच और जुलाई 2019 से छह फीसद डीए देय है। साथ ही कर्मचारी एचआरटीसी को रोडवेज का दर्जा देने, भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने, पीस मील कर्मचारियों को एकमुश्त अनुबंध पर लाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि निगम प्रबधन बीएमसी के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुला रही है जबकि कर्मचारी यूनियन को नही बुलाया जा रहा है जिसके चलते आज रात 12 बजे से बसे जहा होगी वही खड़ी करके एक दिन की हड़ताल की जा रही है।