रतन टाटा को एक बार नहीं बल्कि चार बार सच्चा प्यार हुआ, लेकिन किसी न किसी वजह से उनकी प्रेम कहानी शादी तक नहीं पहुंच सकी। रतन टाटा की शादी अमेरिकी युवती से होने वाली थी, लेकिन 1962 में भारत-चीन के बीच के कारण उनकी शादी टल गई। सादगी और शांत स्वभाव के रतन टाटा की अगुवाई में टाटा समूह ने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया।
नई दिल्ली: देश की 157 साल पुरानी कंपनी टाटा समूह (Tata Group) को दुनिया की पॉपुलर कंपनियों में शामिल करने का श्रेय रतन टाटा (Ratan Tata) को जाता है। रतन टाटा न केवल एक सफल कारोबारी हैं, बल्कि उनकी पहचान एक शांत स्वभाव और सादगी से भरे शख्स के तौर पर है। रतन टाटा आज अपना 85वां जन्मदिन मना रहे हैं। हमेशा की तरह वो इस बार भी बेहद सादे तरीके से अपना जन्मदिन मना रहे हैं। बिना किसी तामझाम रतन टाटा अपने बेहद करीबियों के साथ अपना जन्मदिन मनाते हैं। रतन टाटा ने टाटा संस के चेयरमैन के रूप में इस कंपनी को बुलंदियों तक पहुंचाया। कंपनी को सफल को बना लिया, लेकिन निजी जिंदगी में वो अकेले रह गए। आज भी उन्हें अकेलेपन का दर्द सताता है।
अकेलेपन का अफसोस
रतन टाटा ने अपने मैनेजकर शांतनु नायडू के स्टार्टअप गुडफैलो के एक कार्यक्रम के दौरान अकेलेपन को लेकर अपने दर्द को बयां किया था। उन्होंने कहा कि अकेलेपन का अहसास क्या होता है उसे आप तब तक नहीं जान सकते हैं, जब तक आप अकेले नहीं रहते हैं। टाटा ने कहा कि जब तक आप सच में बूढ़े नहीं हो जाते आप बुजुर्गों के मन को नहीं समझ पाते हैं। अकेलेपन का दर्ज रतन टाटा पहले भी कई बार बयां कर चुके हैं। आपके मन में सवाल होगा कि आखिर रतन टाटा ने शादी क्यों नहीं की?
भारत चीन युद्ध के कारण अधूरी रह गई प्रेम कहानी
ऐसा नहीं है कि रतन टाटा शादी नहीं करना चाहे थे या फिर उन्हें कभी प्यार नहीं हुआ। उन्हें एक नहीं बल्कि चार बार सच्चा प्यार हुआ, लेकिन अफसोस की उनकी प्रेम कहानी अधूरी रह गई। रतन टाटा इस बारे में बहुत बात नहीं करते हैं। एक बार बड़ौदा मैनेजमेंट एसोसिएशन के एक कार्यक्रम के उन्होंने बताया कि कैसे भारत-चीन युद्ध के कारण उनकी शादी टल गई। उन्होंने बताया कि लॉस एंजेलिस में नौकरी के दौरान उन्हें एक अमेरिकी लड़की से प्यार हुआ था। दो साल तक उनका प्यार चला, लेकिन दादी की तबीयत खराब होने के कार उन्हें अचानक भारत लौटना पड़ा। दोनों ने तय किया कि उनकी गर्लफ्रेंड भी भारत आएंगी, जहां परिवार के लोगों के बीच दोनों सात फेरें लेंगे। सबकुछ तय हो गया, लेकिन 1962 में भारत और चीन के बीच युद्ध छिड़ गया, जिसके कारण उनकी प्रेमिका भारत नहीं आ सकीं और उनकी प्रेम कहानी अधूरी रह गई। रतन टाटा को एक बार नहीं बल्कि चार बार प्यार हुआ, लेकिन किसी न किसी कारण से बात शादी तक नहीं पहुंच सकी। उनका नाम सिमी ग्रेवाल के साथ भी जुड़ा , लेकिन दोनों शादी नहीं कर पाएं।