कहते हैं कि इंसान अगर ठान ले तो वह कुछ भी कर सकता है. जापान में रहने वाले रशेल कमर की कहानी कुछ ऐसी ही है. एक समय में रशेल एक आम इंसान हुआ करते थे. उन्होंने टोक्यो के एक बैंक में क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किया, मगर क्रेडिट रिपोर्ट न होने के कारण बैंक ने उन्हें क्रेडिट कार्ड देने से मना कर दिया था.
इस घटना का रशेल पर इतना गहरा असर पड़ा कि उन्होंने एक अरब डॉलर की खुद की कंपनी (पैडी इंक) खड़ी कर दी, जो लोगों को क्रेडिट कार्ड का विकल्प उपलब्ध कराता है. रशेल ने जापान में उन लोगों के लिए बाय नो, पे लेटर (Buy Now Pay Later ) का एक विकल्प उपलब्ध कराया जिनके पास क्रेडिट कार्ड नहीं है.
बता दें, कोरोना काल में ई-कॉमर्स में बाय नो, पे लेटर (Buy Now Pay Later) का चलन तेजी से बढ़ा है. यह सुविधा युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है. दुनिया भर में अब शॉपर्स इसका उपयोग कर रहे हैं.