Bitcoin ने गुजरात के राहुल परमार को कहां धकेल दिया, कहानी जानेंगे तो कलेजा मुंह को आ जाएगा

Bengaluru Techie Murders His daughter: 45 वर्षीय राहुल परमार ने बिटक्वाइन में निवेश किया हुआ था। यहां पर उसे भारी नुकसान हुआ। हाल ही में राहुल की नौकरी भी चली गई थी। खर्चा चलाने के लिए राहुल ने काफी कर्जा ले लिया था। जब उधारदेने वाले अपना पैसा मांगने लगे तो उसने अपना कर्ज चुकाने के लिए पत्नी के गहने और सोना पहले ही गिरवी रख दिए थे।

Bengaluru Techie Murders His daughter
45 वर्षीय राहुल परमार ने बिटक्वाइन में निवेश किया हुआ था

नई दिल्ली: बिटक्वाइन शुरू से ही काफी चर्चा में रहा है। लोगों ने जमकर बिटक्वाइन में निवेश किया। इसमें बहुत से लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। लेकिन बिटक्वाइन ने गुजरात निवासी राहुल परमार (Rahul Parmar) को कहां धकेल दिया इसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। राहुल की कहानी सुनकर आपका कलेजा मुंह को आ जाएगा। आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि आखिर राहुल को ऐसा कदम उठाने की क्या जरूरत थी। राहुल परमार (Rahul Parmar) पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। वह बेंगलुरु में रहता है। राहुल ने बिटक्वाइन में काफी निवेश किया था। इसमें उसको बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। इसके बाद उसने जो किया उसे सुनकर लोगों को विश्वास नहीं हो रहा है।

बिटक्वाइन में हुआ नुकसान तो उठाया ये कदम
45 वर्षीय राहुल परमार ने बिटक्वाइन में निवेश किया हुआ था। यहां पर उसे भारी नुकसान हुआ। हाल ही में राहुल की नौकरी भी चली गई थी। खर्चा चलाने के लिए राहुल ने काफी कर्जा ले लिया था। जब उधारदेने वाले अपना पैसा मांगने लगे तो उसने अपना कर्ज चुकाने के लिए पत्नी के गहने और सोना पहले ही गिरवी रख दिए थे। पत्नी ने पूछा तो बोला- उसके साथ लूट हो गई है। राहुल कर्ज के जाल में ऐसा फंसा कि उसने अपनी ही ढाई साल की बेटी को मारने (Bengaluru Techie Murders His daughte) का फैसला कर लिया। इसके बाद उसने आत्महत्या का असफल प्रयास भी किया। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल ने बेंगलुरु से गाड़ी चलाकर अपनी ढाई साल की बेटी के लिए कुछ बिस्कुट और चॉकलेट खरीदे। वह पीछे की सीट पर उसके साथ खेलता था, लेकिन उधारदाताओं द्वारा उत्पीड़न के बारे में सोचकर उसकी घर लौटने की हिम्मत नहीं हुई। इसके बाद उसने ऐसा कदम (Bengaluru Techie Murders His daughte) उठाने की प्लानिंग बना ली।

बेटी को मारकर की आत्महत्या की कोशिश
रिपोर्ट के मुताबिक, कर्ज में डूबे राहुल ने पुलिस को बताया कि उसके पास पैसे नहीं थे। इसलिए उसने अपनी बेटी को कसकर गले लगाया और मार डाला। बेटी के लिए भोजन को खरीदने की मजबूरी ने उसे ऐसा निर्णय लेने पर मजबूर कर दिया। राहुल के मुताबिक, वह खुद को मारने के लिए झील में कूदा लेकिन डूबा नहीं। अपनी बेटी जिया की हत्या करने और उसके शव को बेंगलुरू-कोलार राजमार्ग पर केंदत्ती के पास एक झील में फेंकने के आरोप में कोलार पुलिस द्वारा राहुल को गिरफ्तार कर लिया गया है।

बेटी को लेकर 15 नवंबर को हो गया था लापता
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल अपनी बेटी जिया को 15 नवंबर को स्कूल छोड़ने के लिए निकला था। लेकिन इसके बाद वो वापस नहीं लौटा। राहुल की पत्नी भाव्या ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अगली सुबह, जिया का शव झील में मिला। इसके बाद पुलिस को शक हुआ कि राहुल ने भी आत्महत्या कर ली होगी, उसने झील में कूदकर जान देने की कोशिश जरूर की थी, लेकिन डूबा नहीं, बच गया। राहुल के मुताबिक, उसे अपने बेटी की हत्या करने का पक्षतावा है, लेकिन उसके पास कोई और विकल्प नहीं था।