गर्मी में गला तर करने वाला रूह अफजा सबसे पहले कहां बना? भारत-पाकिस्तान क्यों आए आमने सामने

Rooh Afza Amazon Controversy : रूह अफजा पाकिस्तान और भारत दोनों देशों का ही है। यहां तक कि बांग्लादेश में भी रूह अफजा तैयार होती है। बंटवारे से पहले भारत में रूह अफजा का आविष्कार हुआ था। लेकिन देश के बंटवारे के बाद रूह अफजा भी बंट गया। पाकिस्तान के बंटवारे के बाद यह बांग्लादेश पहुंच गया।

Rooh Afza Amazon controversy
रुह अफजा पाकिस्तानी है या भारतीय

नई दिल्ली : रूह अफजा… पसीने छुड़ाती गर्मियों में यह नाम किसी ठंडी हवा के झोंके से कम नहीं है। अधिकांश भारतीयों के फ्रिज में एक जगह रूह अफजा (Rooh Afza) के लिए रिजर्व रहती है। फिर चाहे तपन से छुटकारा पाना हो या घर में मेहमान आए हों… तुरंत रुह अफजा से बनी हुई लस्सी, शरबत, श्रीखंड आदि हाजिर हो जाते हैं। अब आप सोचेंगे कि आज हम रूह अफजा की बात क्यों कर रहे हैं। दरअसल, दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) के एक आदेश ने रूह अफजा को चर्चा में ला दिया है। कोर्ट ने कहा है कि ऐमजॉन (Amazon) अपने प्लेटफॉर्म से पाकिस्तान में बने रूह अफजा को तत्काल हटाए। कोर्ट ने हमदर्द नेशनल फाउंडेशन (Hamdard National Foundation) की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया है। अब आपके मन में जरूर यह सवाल आ रहा होगा कि रूह अफजा पाकिस्तानी है या भारतीय?

क्या है मामला?

हमदर्द नेशनल फाउंडेशन ने दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दी थी। इसकी सुनवाई करते हुए कोर्ट ने ऐमजॉन से पाकिस्तान में बने रूह अफजा को प्लेटफॉर्म से हटाने को कहा है। दरअसल, हमदर्द नेशनल फाउंडेशन का दावा है कि भारत में बेचा जा रहा रूह अफजा शरबत हमदर्द लेबोरेट्रीज (इंडिया) नहीं, बल्कि पाकिस्तान की एक कंपनी का है। याचिका में कहा गया कि बेचे जा रहे रूह अफजा में इसे बनाने वाली कंपनी की जानकारी नहीं दी जा रही है। भारत में रूह अफजा हमदर्द नेशनल फाउंडेशन बनाती है। जबकि, पाकिस्तान में हमदर्द लेबोरेट्रीज रूह अफजा बनाती है।

हाईकोर्ट ने क्या कहा
दिल्ली हाईकोर्ट का कहना है कि क्वालिटी फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट और लीगल मेट्रोलॉजी एक्ट को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इन कानूनों का हर हाल में पालन होना आवश्यक है। रूह अफजा पर बनाने वाली कंपनी की जानकारी नहीं देने पर कोर्ट ने ऐमजॉन से जवाब मांग है। ऐमजॉन को अगले 4 हफ्ते में कोर्ट को जवाब देना है। कोर्ट में अब मामले पर अगली सुनवाई 31 अक्टूबर को होगी।

Rooh Afza

रूह अफजा भारतीय है या पाकिस्तानी?
दिल्ली हाई कोर्ट के इस आदेश के बाद लोगों के मन में सवाल है कि रूह अफजा भारतीय है या पाकिस्तानी। दरअसल, रूह अफजा दोनों देशों का ही है। यहां तक कि बांग्लादेश में भी रूह अफजा तैयार होती है। बंटवारे से पहले भारत में रूह अफजा का आविष्कार हुआ था। लेकिन देश के बंटवारे के बाद रूह अफजा भी बंट गया।

किस तरह हुआ आविष्कार
रूह अफजा का आविष्कार साल 1907 में हुआ था। कहा जाता है कि उस साल दिल्ली में जबरदस्त गर्मी पड़ी थी। लोग बीमार हो रहे थे। हकीम हाफिज अब्दुल मजीद ने इस गर्मी से निजात पाने के लिए दवा बनाने की सोची। इस तरह उन्होंने रूह अफजा बना डाला। धीरे-धीरे यह लोगों को खूब पसंद आने लगा। हमदर्द इन हकीम हाफिज का ही संगठन है।

हमदर्द का भी हो गया बंटवारा
अब्दुल मजीद यूनानी पद्धति का एक क्लीनिक चलाते थे। रूह अफजा फेमस होने के बाद यह हमदर्द दवाखाना एक कंपनी में बदल दिया गया। मजीद के निधन के बाद उनके दो बेटों अब्दुल हमीद और मोहम्मद सईद ने इस कंपनी को आगे बढ़ाया। देश के बंटवारे के समय हमदर्द कंपनी का भी बंटवारा हो गया। अब्दुल हमीद भारत में ही रहे और हकीम मोहम्मद पाकिस्तान चलते गए। इसके बाद पाकिस्तान बंटा तो बांग्लादेश में भी रूह अफजा पहुंच गया। हकीम हाफिज के परिवार वाले अब अपनी अलग-अलग कंपनियां चला रहे हैं।