नारियल के अंदर पानी कहां से आता है, दिल्ली सहित बाकी राज्यों में कैसे पहुंचता है? जानिए सबकुछ

Coconut Water: नारियल पानी पीने के अपने फायदे हैं। इससे शरीर को कई तरह के फायदे हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि नारियल के अंदर पानी आता कहां से है। नारियल को भारत के कई राज्यों में कैसे पहुंचाया जाता है। इन सब सवालों के जवाब हम आपको इस लेख की मदद से बताएंगे।

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नारियल के अंदर पानी कहां से आता है? देश के कई हिस्सों में कैसे पहुंचता है जानिए सबकुछ
नई दिल्ली: अप्रैल का महीना शुरू हो चुका है। मौसम विभाग ने भी बता दिया है कि अगले हफ्ते अधिकतम पारा 40 डिग्री को छूने वाला है। मतलब अब गर्मी अपने तेवर दिखाना शुरू करेगी। बीते दिनों बारिश के चलते लोगों को राहत जरूर मिली थी लेकिन अब दिन में तेज धूप का सामना करना होगा। घरों में ऐसी और कूलर एक्टिव मोड में आ जाएंगे। बढ़ती गर्मी में लोग ज्यादातर जूस या कहें लिक्विड पदार्थों का ही सेवन करते हैं। ऐसे में नारियल पानी उनके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। आपने भी अपने शहर में जगह-जगह नारियल पानी बेचते हए ठेले वालों को देखा होगा। नारियल पानी को ब्लड प्रेशर, किडनी और दिल-दिमाग के लिए बड़ा असरकारक माना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि नारियल के अंदर मौजूद पानी आता कहां से है। उत्तर भारत में खूब बिकने वाला यह हरे रंग का नारियल पानी की पैदावार सबसे ज्यादा कहां है। इसे कैसे देश के अलग-अलग शहरों में पहुंचाया जाता है। आज हम आपके पसंदीदा नारियल पानी के बारे में आपका ज्ञान बढ़ाएंगे।

नारियल में पानी कहां से आता है
आपन जिस नारियल का पानी पीते हैं क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की कि इसके अंदर पानी आता कहां से है? क्या कोई उस नारियल के बीच में छेंदकर उसमें पानी डालता है या क्या। हम आपको इसके पीछे की बात बताते हैं। असल में नारियल के अंदर जो पानी होता है और जिसे आप पीते हैं वह पौधे का एंडोस्पर्म(Endosperm) वाला भाग होता है। यह फीटस(भ्रूण) के एंजियोस्पर्म में विकास के समय और फर्टिलाइजेशन के बाद एंडोस्पर्म न्यूक्लियस में बदल जाता है। आप जो नारियल खाते हैं वह कच्चा हरे रंग का होता है। इसमें जो एंडोस्पर्म होता है वह न्यूक्लियर प्रकार का होता है। यही एंडोस्पर्म रंगहीन तरल( जिसे आप पीते हैं) के रूप में होता है। नारियल का पेड़ जमीन का पानी अपनी जड़ों के जरिए नारियल के अंदर पहुंचाता है। यह पानी पहुंचने के बाद Nuclei सेल्स के साथ मिलता है और बाद में चारों तरफ जमता चला जाता है। नारियल के पानी में पोटेशियम और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होता है।

कहां से आता है नारियल कैसे हर जगह पहुंचता है?
भारत में नारियल का उत्पादन सबसे ज्यादा कहां होता है यह भी जान लीजिए। नारियल उत्पादन के मामले में कर्नाटक सबसे ऊपर है। इसके बाद दूसरे स्थान पर तमिलनाडु और तीसरे स्थान पर केरल है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल का नंबर आता है। यहां से नारियल को लादकर देश के अलग-अलग हिस्से में पहुंचाया जाता है। राजधानी दिल्ली में आने वाला नारियल अमूमन बेंगलुरु और पश्चिम बंगाल से आता है। इसे दिल्ली की आजादपुर मंडी में लाकर फिर अलग-अलग इलाकों में बेचने के लिए भेजा जाता है। राजस्थान के व्यापारी भी दिल्ली की आजादपुर मंडी से ही नारियल लेकर अपने प्रदेश जाते हैं।

नारियल पानी के फायदे भी जान लीजिए
नारियल पानी पीने के अपने फायदे भी हैं। असल में नारियल पानी पोटेशियम का एक बेहतरीन स्त्रोत है। यह ब्ल़ड लेवल को कंट्रोल करता है और दिल से जुड़ी बीमारियों को कम करने में मदद करता है। यही नहीं नारियल पानी से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति करता है। इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर की कोशिकाओं, टिश्यू और अंगों के सभी कार्यों के लिए आवश्यक है। इसके अलावा नारियल पानी किडनी के लिए भी लाभदायक है। यह एनर्जी लेवल को भी बूस्ट करता है। मसल्स क्रैम्प्स को भी रोकता है।