कहां हैं स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी: जमुई में डॉक्टर मना रहे थे संडे…मरीज की मौत, नवादा में ठेले पर लौटी लाश

कोविड के मद्देनजर अलर्ट घोषित है। मगर मुस्तैदी के तमाम दावों से उलट रविवार को राज्य के दो अलग जिलों से ऐसी हृदय विदारक तस्वीरें सामने आईं कि हर तरफ एक ही सवाल उठा- कहां हैं स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव?
जमुई में डॉक्टर की गैरहाजिरी में मरीज की मौत के बाद दहाड़ मारकर रोते परिजन।
बिहार में सरकार सदर अस्पतालों को संवारकर स्वास्थ्य सुविधा को शानदार बनाने की बात कह रही। पहली बार स्वास्थ्य मंत्री बने तेजस्वी यादव राज्य के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में डॉक्टरों को हड़काकर बड़ा संदेश देने की बात कह रहे। उसपर कोविड के मद्देनजर अलर्ट घोषित है। मुस्तैदी के तमाम दावों से उलट, रविवार को राज्य के दो अलग जिलों से ऐसी हृदय विदारक तस्वीरें सामने आईं कि हर तरफ एक ही सवाल उठा- कहां हैं स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव?जमुई: डॉक्टर की गैरहाजिरी में मौत के बाद भागे स्वास्थ्यकर्मी, हंगामाजमुई सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में चिकित्सक के गायब रहने से इलाज के अभाव में एक व्यक्ति की मौत हो गई। आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। बताया जाता है कि रविवार को जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के चंन्द्रवंशी टोला निवासी निवासी मोहन राम के पुत्र संजय राम को गंभीर अवस्था में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था, लेकिन इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी के दौरान चिकित्सक के गायब रहने के कारण इलाज नहीं हो सका। डॉक्टर की गैरमौजूदगी के कारण हुई मौत को देखकर अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी इमरजेंसी वॉर्ड से फरार हो गए। लगभग आधे घंटे के हंगामे के बाद डॉ. मनीष कुमार इमरजेंसी वार्ड पहुंचे और संजय राम को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने सदर अस्पताल के व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि चिकित्सक के लापरवाही के कारण इनकी मौत हुई है। यदि सही समय पर इनका इलाज होता तो शायद मौत नहीं होती। इस दौरान परिजनों ने बताया कि संजय राम की तबीयत शनिवार की शाम अचानक बिगड़ गई थी। एक निजी क्लिनिक में इलाज कराया जा रहा था और थोड़ी राहत मिलने पर रविवार को इलाज के लिए जमुई लाया जा रहा था। रास्ते में तबीयत फिर बिगड़ गई और बेहोशी की हालत में सदर अस्पताल लाया गया था। परिजनों ने घटना की सूचना सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार भारती को दी गई। उन्होंने ड्यूटी से गायब रहे चिकित्सक पर कार्रवाई का आश्वासन दिया।

नवादा में पहले मरीज को बचाया नहीं जा सका, फिर शव ले जाने के लिए गाड़ी नहीं दी।

नवादा: मरीज को नहीं बचा सके, शव ले जाने वाली गाड़ी भी नहीं दी
नवादा सदर अस्पताल में रविवार को भर्ती गढ़पर मोहल्ला निवासी 55 वर्षीय मरीज सदैव प्रसाद बिहारी को एक तो बचाया नहीं जा सका, फिर शव वाहन की ही व्यवस्था की गई। अंत में परिजन शव को पावभाजी के ठेले पर लादकर अस्पताल से ले गए। ठेले से शव ले जाने की जानकारी हर तरफ फैल गई, लेकिन सदर अस्पताल प्रबंधक अनिल कुमार ने इसकी जानकारी से इनकार किया।