साइप्रस के वैज्ञानिकों ने परमाणु हमले के दौरान छिपने की सबसे सुरक्षित जगह की खोज की है। उन्होंने बताया है कि अगर परमाणु विस्फोट होता है तो उसे पैदा हुई शॉकवेव से कैसे बचा जा सकता है। हालांकि, इसके लिए इंसान को मशरूम के आकार वाले आग के गोले से काफी दूर रहना होगा।
मॉस्को: परमाणु बम को सामूहिक विनाश का हथियार कहा जाता है। यह एक बार में किसी भी परंपरागत विस्फोटक की तुलना में एक बड़े क्षेत्र को तबाह कर सकता है। परमाणु बम किसी भी जीव को कई तरीकों से मार सकता है। हालांकि, इससे बचना भी पूरी तरह से संभव है, बशर्ते आप विस्फोट से पैदा हुए आग के गोले से काफी दूर हों। शोधकर्ताओं के ग्रुप ने दावा किया है कि अगर कोई इंसान परमाणु उपकरण के विस्फोट से एक निश्चित दूरी पर किसी इमारत में हो तो वह आसानी से जीवित बच सकता है। उन्होंने कहा कि आप इमारत के कितने अंदर या बाहर हैं, यह भी बहुत मायने रखता है। इसके साथ ही उस इमारत की संरचना भी काफी प्रभाव डाल सकती है। उस संरचना के अंदर आपका स्थान भी आपके बचे रहने में प्रमुख भूमिका निभा सकता है।
परमाणु बम का शॉकवेव काफी खतरनाक
साइप्रस में निकोसिया विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर और इस स्टडी के सह-लेखक दिमित्रिस ड्रिकाकिस ने कहा कि हमारे अध्ययन से पहले कंक्रीट से बनी इमारत के अंदर मौजूद लोगों पर परमाणु विस्फोट की लहर के प्रभाव से जुड़ी कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि हमारे अध्ययन से पता चलता है कि हवा की तेज रफ्तार लोगों के लिए काफी खतरनाक हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप लोगों को गंभीर चोटें या उनकी मौत तक हो सकती है।
हाईटेक कंप्यूटर मॉडल से किया अध्ययन
मंगलवार को फिजिक्स ऑफ फ्लूइड्स जर्नल में प्रकाशित इस स्टडी में वैज्ञानिकों ने हाईटेक कंप्यूटर मॉडल का इस्तेमाल किया। इसके जरिए उन्होंने देखा कि परमाणु बम विस्फोट से पैदा हुई हवा की लहर किसी बिल्डिंग को कितना नुकसान पहुंचा सकती है। स्टडी के दौरान टीम ने खिड़कियों, दरवाजों, गलियारों और कमरों के विभिन्न हिस्सों में हवा की गति को देखा। इस दौरान उन्होंने यह पता लगाने की कोशिश की कि किसी इमारत में परमाणु विस्फोट के दौरान छिपने के लिए कि सबसे खराब स्थान कहां-कहां हैं।
परमाणु हमले से बचने के लिए कहां छिपें
इस स्टडी के सह-लेखक और सहयोगी निकोसिया प्रोफेसर इओएननिस कोकिनकिस ने कहा कि परमाणु हमले के दौरान किसी बिल्डिंग में छिपने के सबसे खतरनाक स्थान खिड़कियां, गलियारे और दरवाजे हैं। लोगों को इन स्थानों से दूर रहना चाहिए और तुरंत किसी सुरक्षित जगह पर आश्रय लेना चाहिए। यहां तक कि सामने वाले कमरे में विस्फोट का सामना करना पड़ रहा है तो उसी कमरे में दीवार के कोनों में बैठा व्यक्ति तेज हवा के हमलों से बच सकता है। उन्होंने बताया कि बेशक विस्फोट और शॉकवेव के आने के बीच का समय केवल सेकेंड में हो, फिर भी आपको बहुत जल्दी प्रतिक्रिया करनी होगी।
परमाणु बम विस्फोट से जुड़े हैं ये भी खतरें
लेखकों ने उल्लेख किया कि शॉकवेव के अलावा, एक परमाणु बम अपने साथ असंख्य अन्य खतरे भी लाता है। इसमें रेडियोधर्मी विकिरण, क्षतिग्रस्त इमारतें जो गिर सकती हैं, बिजली के तारों से करंट फैलने की संभावना, गैस लाइनों को नुकसान, और निश्चित रूप से आग का गोला सबसे ज्यादा खतरनाक होते हैं। ऐसे में लोगों को इन सभी के बारे में चिंतित होना चाहिए और तत्काल आपातकालीन सहायता लेनी चाहिए।