3570 किलोमीटर की भारत जोड़ो पदयात्रा में कहां ठहरेंगे राहुल गांधी? नेताओं को होटल में न ठहरने की हिदायत, जानें पूरी कहानी

नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज से बड़ी पैदल यात्रा पर निकल रहे हैं. आज वे कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत करेंगे. कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होकर कश्मीर तक 3750 किलोमीटर का सफर तय करेगी. इस यात्रा में करीब पांच महीने या 150 दिन लगेंगे. एचटी की खबर के मुताबिक कांग्रेस पार्टी ने इसके लिए बड़ी तैयारी शुरू की है. भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने वाले नेताओं को हिदायत दी गई है कि यात्रा के दौरान कोई भी होटल में न ठहरें. यात्रियों को ठहरने के लिए कांग्रेस पार्टी ने विशेष तरह की व्यवस्था की है.

  • भारत जोड़ो यात्रा में कोई भी यात्री होटल में नहीं ठहरेगा. रात में उनके लिए कंटेनर की व्यवस्था की गई है. करीब 60 कंटेनर यात्रा के दौरान मौजूद रहेंगे. कुछ कंटेनर में स्लीपिंग बेड, टॉयलेट और एसी की भी व्यवस्था होगी.

  • सुरक्षा कारणों से राहुल गांधी एक कंटेनर में अकेले रहेंगे जबकि दूसरे नेता कंटेनर में साथ रहेंगे.

    प्रत्येक दिन यात्रा की समाप्ति के बाद नई जगह पर गांव की शक्ल में कंटेनर लगे रहेंगे. यात्री सड़क पर ही खाना खाएंगे.

  • कंटेनर की व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि मौसम बदलने का असर यात्रा पर न पड़े. 5 महीने की यात्रा के दौरान कई जगहों पर मौसम बदल सकता है.

  • यात्री रोजाना 6 से 7 घंटे पैदल चलेंगे.

  • यात्रियों के दो बैच बनाए गए हैं. सुबह का बैच सुबह 7 बजे से 10.30 बजे तक और शाम का बैच 3.30 बजे से शाम 6.30 बजे तक चलेगा. रोजाना करीब 22 से 23 किमी पैदल चलने की योजना बनाई गई है. शाम का बैच खास होगा क्योंकि इसमें जनभागीदारी देखने को मिलेगी.

  • भारत जोड़ो यात्रा में सबसे ज्यादा उम्र के सदस्य 58 वर्षीय विजेंद्र सिंह महलावत हैं, जो राजस्थान के कांग्रेस नेता हैं. वहीं सबसे कम उम्र के सदस्य 25 साल के आजम जोम्बला और बेम बाई हैं. दोनों अरुणाचल प्रदेश से हैं.

  • कन्हैया कुमार, पवन खेड़ा भी राहुल गांधी की यात्रा टीम का हिस्सा हैं. भारत जोड़ो यात्रा में लगभग 30 प्रतिशत महिलाएं हैं.

  • रूट मैप के अनुसार, भारत जोड़ो यात्रा देश के 20 प्रमुख स्थानों कन्याकुमारी, तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, नीलांबुर, मैसूर, बेल्लारी, रायचूर, विकाराबाद, नांदेड़, जलगांव जमोद, इंदौर, कोटा, दौसा, अलवर, बुलंदशहर, दिल्ली, अंबाला, पठानकोट, जम्मू, श्रीनगर को छुएगी.

  • यह यात्रा केरल में 18 दिन और कर्नाटक में 21 दिन तक चलेगी. जिस दिन पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा, उस दिन यात्री कर्नाटक में होंगे.

  • 150 दिनों में यात्री 3750 किलोमीटर की दूरी को तय करेंगे.