इस हफ्ते कौन से फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल, क्या है विश्लेषकों की राय?

आईटी कंपनियों के तिमाही नतीजों से तय होगी बाजार की चाल.

आईटी कंपनियों के तिमाही नतीजों से तय होगी बाजार की चाल.

नई दिल्ली. घरेलू शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस के तिमाही नतीजों से तय होगी. इसके अलावा विश्लेषकों ने राय जताई है कि मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़े तथा वैश्विक रुझान भी बाजार को दिशा तय करने में भूमिका निभाएंगे. विश्लेषकों ने कहा कि रुपये की चाल पर भी निवेशकों की निगाह रहेगी। रुपया इस समय अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया है.

रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह बाजार भागीदारों की निगाह आईआईपी, खुदरा और थोक मुद्रास्फीति जैसे वृहद आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी. सप्ताह के दौरान बजाज ऑटो और एचडीएफसी बैंक के तिमाही नतीजे भी आने हैं. मिश्रा ने कहा कि अमेरिकी बाजारों का प्रदर्शन, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का रुझान, मुद्रा और कच्चे तेल के उतार-चढ़ाव पर सभी की निगाह रहेगी.

बाजार में रहेगा उतार-चढ़ाव
सैमको सिक्योरिटीज के अपूर्व सेठ ने कहा कि इस सप्ताह कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम होने जा रहे हैं. ऐसे में बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा. उन्होंने कहा, ‘‘दुनियाभर के बाजारों की निगाह फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के ब्योरे पर रहेगी, जो इसी सप्ताह आने हैं. वैश्विक निवेशकों की निगाह अमेरिका और चीन के मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर रहेगी. घरेलू मोर्चे पर भी थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े महत्वपूर्ण रहेंगे.’’ सेठ ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों के साथ तिमाही परिणामों की शुरुआत होगी. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार का ध्यान इस सप्ताह तिमाही नतीजों पर रहेगा. खासकर आईटी क्षेत्र की कंपनियों के परिणामों पर. इसके अलावा मुद्रास्फीति के आंकड़े भी बाजार की दिशा को प्रभावित करेंगे.

पिछले हफ्ते बढ़त में रहा था बाजार
पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 764.37 अंक यानी 1.33 प्रतिशत के लाभ में रहा. बीते हफ्ते कारोबार केवल 4 दिन ही हुआ था क्योंकि दशहरे के मौके पर बुधवार को घरेलू शेयर बाजार बंद रहे थे. उधर निफ्टी ने हफ्ते भर में 1.28 फीसदी की बढ़त दर्ज की थी. सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से 7 कंपनियों का मार्केट कैप सम्मिलित रूप से 1,01,043.69 करोड़ रुपये चढ़ गया. इसमें सबसे अधिक फायदा (37,581.61 करोड़ रुपये) रिलायंस इंडस्ट्रीज को हुआ. इसके बाद टाटा समहू की टीसीएस का मार्केट कैप 22,082.37 करोड़ रुपये बढ़ा. एफपीआई का रुख भी भारतीय बाजारों को लेकर काफी अच्छा दिख रहा है. विदेशी संस्थागत निवेशकों ने अक्टूबर में अब तक 2400 करोड़ रुपये का निवेश भारतीय बाजारों में किया है.