सोनी टीवी के सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल सीजन 13 (Indian Idol 13 Winner) को अपना विनर मिल चुका है. अयोध्या के रहने वाले ऋषि सिंह ने शो की ट्रॉफी अपने नाम कर ली है. उन्हें 25 लाख रुपए का इनाम मिला है. कम लोग जानते हैं कि ऋषि के जन्म से लेकर इंडियन आइडल का ख़िताब जीतने तक का सफर आसान नहीं था. उन्होंने इंडियन आइडल के सेट पर अपने जीवन का सबसे बड़ा खुलासा किया है.
‘इंडियन आइडल 13’ के विनर ऋषि की कहानी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के अयोध्या से आने वाले ऋषि सिंह अपने माता-पिता के सगे बेटे नहीं हैं. उन्होंने उन्हें गोद लिया है. जिसका पता ऋषि को इंडियन आइडल के थिएटर राउंड के बाद घर पहुंचने पर पता चला था. जैसे ही उन्हें पता चला कि उनके माता-पिता ने उन्हें गोद लिया है. वे काफी भावुक हो गए थे. इसका खुलासा ऋषि ने इंडियन आइडल के सेट पर परफॉर्म करते हुए किया था.
सगी मां ने छोड़ दिया था, पेरेंट्स ने लिया गोद
अपनी जिंदगी के बारे में बात करते हुए ऋषि इमोशनल हो गए थे. उन्होंने कहा था, ”मैं अपने माता-पिता का खून नहीं हूं, लेकिन अगर मैं इनके साथ नहीं होता तो शायद मैं इस मंच पर नहीं पहुंच पाता. मैंने अपने जीवन जितनी भी गलतियां की हैं. मम्मी-पापा से उन सभी गलितियों की माफ़ी मांगता चाहता हूं. मुझे भगवान मिल गए.”
ऋषि ने कहा “अगर मम्मी-पापा ने मुझे गोद नहीं लिया होता तो मैं कहीं और सड़ रहा होता. मैं कहां होता मुझे नहीं पता, लेकिन अगर मैं इनके साथ नहीं होता तो इस इंडियन आइडल के स्टेज तक कभी नहीं पहुंच पाता.”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बताया जा रहा रहा है कि ऋषि को गोद लेने पर उनकी माता-पिता को लोगों ने ताने कसे, लेकिन उन्होंने ऋषि को सिर्फ प्यार किया. ऋषि कहते हैं कि ‘जन्म देनी वाली मां ने उन्हें छोड़ दिया था, लेकिन ये मां बचपन में बीमार पड़ने पर अपनी नींद भूलकर मेरा ख्याल रखती थीं.’
”माता-पिता ने पाला न होता तो कहीं सड़ रहा होता”
इंडियन आइडल के विनर ऋषि की कहानी सभी के लिए प्रेरित और इमोशन कर देने वाली हैं. ऋषि ने इंडियन आइडल का ख़िताब जीतकर उन लोगों को भी करारा जवाब दिया है, जिन्होंने उनके पैरेंट्स को ताने मारे.