आरआरआर के ‘नाटू नाटू’ गाने की धूम गोल्डन ग्लोब में खूब देखने को मिली। इस गाने के संगीतकार एम. एम. कीरावानी हैं जिन्होंने 90 दशक में भी खूब लोगों को दीवाना बनाया। उन्होंने साउथ से लेकर हिंदी की कई फिल्मों में गाने गाए। हर बार उनकी आवाज का जादू देश में छाया। पर आरआरआर के बाद से उनका जादू विदेश में भी देखने को मिला।
एमएम कीरावानी 1990 के दशक से ही अपने संगीत के बल पर श्रोताओं के दिलों पर छाए रहे हैं। कीरावनी का प्यार भरा तेलुगु गीत ”थेलुसा मनासा”, आज भी दर्शकों को 1990 के दौर में ले जाता है। कीरावनी के इस गीत को ”तुम मिले” के हिंदी स्वरूप में सुनने के बाद उन्हें उत्तर भारत में भी खास पहचान मिली। फिल्मकार महेश भट्ट की 1994 में आई फिल्म ”क्रिमिनल” में फिल्माए गए इस गीत को एस.पी. बालसुब्रह्मण्यम और के.एस. चित्रा ने अपनी आवाज से सजाया।
क्या होता है नाटू नाटू का मतलब
निर्देशक एस. एस. राजामौली की फिल्म ‘आरआरआर’ ने 2023 गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स में अपने लोकप्रिय गीत ‘नाटू नाटू’ के लिए सर्वश्रेष्ठ ‘ओरिजिनल सॉन्ग-मोशन पिक्चर’ श्रेणी का पुरस्कार अपने नाम कर लिया। तेलुगु गीत ‘नाटू नाटू’ को काल भैरव और राहुल सिप्लिगुंज ने स्वर दिया है। ‘नाटू नाटू’ का मतलब ‘नाचना’ होता है।
ऐसे की थी करियर की शुरुआत
पुरस्कार जीतने के बाद कीरावानी ने ट्वीट किया, ”गोल्डन ग्लोब के लिए हर तरफ से मिली प्रतिक्रिया से अभिभूत हूं। आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।” भारतीय फिल्म उद्योग में नाम कमाने वाले कीरावानी ने 1990 में तेलुगु फिल्म ”मनासु ममता” से अपने करियर की शुरुआत की। हालांकि, उन्होंने 1991 में पहली बार राम गोपाल वर्मा की तेलुगु फिल्म ”क्षण क्षणं” से सफलता का स्वाद चखा।
हिंदी में इस नाम से पहचाना जाता है
खास बात यह है कि अपने शानदार काम के लिए तेलुगु और मलयालम फिल्म उद्योग में एम. एम. कीरावानी के नाम से मशहूर संगीतकार को हिंदी फिल्म उद्योग में एम.एम. करीम के नाम से पहचाना जाता है।
ये हैं इनकी बॉलीवुड के धमाकेदार गाने
कीरावानी को 2002 में आई हिंदी फिल्म ”सुर” के गीत ”आ भी जा” और 1998 में आई भट्ट की फिल्म ”जख्म” के गीत ”गली में आज चांद निकला” के लिए भी खूब सराहा गया। इसके अलावा भी कीरावानी ने बॉलीवुड की गई फिल्मों को अपने संगीत से सजाया है।