कौन हैं शिंजो आबे? जापान की राजनीति में कैसे है उनका रूतबा?

टोक्यो. जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को एक पॉलिटिकल कैंपेनिंग के दौरान गोली मार दी गई है. शिंजो आबे के सीने में गोली लगी है. उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें हमले के तुरंत बाद कार्डिएक अरेस्ट भी आया. आबे को तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, उनका इलाज जारी है. हमलावर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आइए जानते हैं कौन हैं शिंजो आबे और जापान की राजनीति में कैसा है उनका रूतबा

शिंजो को आंत से जुड़ी बीमारी अल्सरट्रेटिव कोलाइटिस थी, इसकी वजह से उन्हें 2007 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था.

लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े हैं आबे
67 साल के ​​​​​​शिंजो आबे लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी(एलडीपी) पार्टी से जुड़े हैं. आबे 2006-07 के दौरान प्रधानमंत्री रहे. आबे को एक आक्रामक नेता माना जाता है. शिंजो को आंत से जुड़ी बीमारी अल्सरट्रेटिव कोलाइटिस थी, इसकी वजह से उन्हें 2007 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. शिंजो आबे लगातार 2803 दिनों (7 साल 6 महीने) तक प्रधानमंत्री रहे. इससे पहले यह रिकॉर्ड उनके चाचा इसाकु सैतो के नाम था.

राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं शिंजो
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं. शिंजो आबे के दादा नोबुसुके किशी (Nobusuke Kishi) भी जापान के प्रधानमंत्री थे. नोबुसुके किशी साल 1957-60 तक जापान के प्रधानमंत्री रहे थे. वहीं शिंजो आबे के पिता शिंटारो आबे (Shintaro Abe) साल 1982-86 तक जापान के विदेश मंत्री रहे थे. शिंजो आबे साल 2006 में पहली बार जापान के प्रधानमंत्री बने. हालांकि बीमारी के चलते 2007 में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद साल 2012 में शिंजो आबे फिर से जापान के प्रधानमंत्री बने. फिर वो साल 2020 तक लगातार जापान के प्रधानमंत्री रहे.

सबसे ज्यादा बार भारत का दौरा करने वाले जापानी प्रधानमंत्री
शिंजो आबे जापान के ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा बार अपने कार्यकाल के दौरान भारत का दौरा किया. पहली बार शिंजो आबे अपने पहले कार्यकाल (2006-07) के दौरान भारत आए. अपने दूसरे कार्यकाल (2012-2020) के दौरान शिंजो आबे ने तीन बार भारत का दौरा किया. वो जनवरी 2014, दिसंबर 2015 और सितंबर 2017 में भारत के दौरे पर आए.