WHO XBB Variant: अमेरिका, भारत समेत दुनिया के 29 देशों में फैला कोरोना का ‘राक्षस’ वेरिएंट, सबसे तेज संक्रमण, डब्‍ल्‍यूएचओ ने दी चेतावनी

World Health Organisation Warns XBB 15: विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने चेतावनी दी है कि कोरोना का XBB.1.5 सब वेरिएंट अब भारत समेत दुनिया के 23 देशों में फैल गया है। इसे क्राकेन या समुद्री राक्षस वेरिएंट कहा जा रहा है। डब्‍ल्‍यूएचओ ने कहा कि यह अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाले सब वेरिएंट बन गया है।

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दुनिया के 23 देशों में फैला कोरोना का सबसे तेज संक्रमण

वॉशिंगटन: कोरोना का XBB.1.5 संस्‍करण अब दुनिया के 29 देशों में फैल गया है। इस बीच विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने चेतावनी दी है कि यह कोरोना वायरस का ‘क्राकेन या समुद्री राक्षस वेरिएंट’ अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला कोविड सब वेरिएंट बन गया है। संगठन ने कहा कि हम इसके विकास और तेजी से हो रहे प्रसार को लेकर चिंतित हैं। डब्‍ल्‍यूएचओ ने कहा कि हमें आशंका है कि आने वाले समय में दुनिया में कोरोना की और ज्‍यादा सुनामी आ सकती है। यह वेरिएंट भारत में भी कदम रख चुका है और कई मरीज मिले हैं।

कोरोना वायरस का ताजा सबवेरिएंट भी ओमिक्रॉन से निकला है जिसे आधिकारिक रूप से XBB.1.5 नाम दिया गया है। इस वेरिएंट ने पहले पूरे अमेरिका में तबाही मचाना शुरू कर दिया है। अमेरिका में हो रहे कुल नए कोरोना संक्रमण में से 70 फीसदी इसी वेरिएंट की वजह से हो रहे हैं। हर 10 में से 4 व्‍यक्ति इसी संस्‍करण की वजह से संक्रमित हुआ है। यह वायरस अब ब्रिटेन में भी तेजी से फैल रहा है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि XBB.1.5 वेरिएंट भी अपने पूर्वज ओमिक्रोन और अन्‍य वेरिएंट की तरह से हल्‍का है।

अमेरिका में 41 फीसदी मामले सामने आए

इस बात को लेकर चिंता है कि अमेरिका में यह XBB.1.5 वेरिएंट किस तरह से फैल रहा है। इसके कई मरीज भारत में भी मिले हैं। डब्‍ल्‍यूएचओ की कोरोना को लेकर टेक्निकल लीड डॉक्‍टर मारिया वान केरखोवे ने बुधवार को कहा, ‘हम अमेरिका और यूरोप में इसके तेजी से प्रसार को खासकर चिंतित हैं। इसमें भी अमेरिका के पूर्वोत्‍तर इलाके को लेकर जहां XBB.1.5 तेजी से अन्‍य वेरिएंट को पीछे छोड़ रहा है। हमारी चिंता इस बात को लेकर है कि यह कितना संक्रमण फैला सकता है।’

अमेरिका के सीडीसी के आंकड़े बता रहे हैं कि इस स्‍ट्रेन की वजह से अमेरिका में 41 फीसदी मामले सामने आए हैं। विशेषज्ञ इस बात को लेकर चिंतित हैं कि XBB.1.5 के तेजी से प्रसार के पीछे म्‍यूटेशन हो सकता है जो उसकी तेजी से लोगों को संक्रमित करने में मदद कर सकता है। साथ ही वैक्‍सीन से मिली सुरक्षा को भी भेद सकता है। ब्रिटेन के वायरोलॉजिस्‍ट प्रफेसर लॉरेंस योंग ने कहा कि यह XBB.1.5 वेरिएंट बहुत ही ज्‍यादा संक्रामक है और इसकी वजह से न्‍यूयॉर्क के अस्‍पतालों में भीड़ बढ़ रही है। यह खासकर बुजुर्गों को निशाना बना रहा है। अमेरिका में कड़ाके की ठंड और लोगों के मास्‍क नहीं पहनने की वजह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।