तुर्की और सीरिया में आए भयानक भूकंप के कारण अभी तक 40 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. भूकंप झेल चुके सभी इलाके खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. इस बीच कई चमत्कार तब देखने को मिले जब घंटों तक मलबे में दबे होने के बावजूद कई लोग वहां से ज़िंदा निकाले गए.
Miracle Baby को अगवा करने की कोशिश!
इन्हीं भाग्यशाली लोगों में एक वो नवजात बच्ची भी थी जिसका पूरा परिवार इस भूकंप में खत्म हो गया लेकिन वह खुद कई घंटों बाद तक ज़िंदा रही और सही-सलामत मलबे से जीवित निकाली गई. इस बच्ची को सीरिया में रेस्क्यू के दौरान मलबे से ज़िंदा निकाला गया था. उस समय दुनिया ने इस बच्ची को Miracle Baby का नाम दिया. हैरान करने वाली बात ये है कि अब सरकार को इस बच्ची के अगवा होने का डर सता रहा है, जिसके बाद बच्ची को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है.
मां के गर्भनाल से जुड़ी मिली थी बच्ची
इस बच्ची के संबंध में @Hoshang Hassan नामक ट्विटर यूज़र एक वीडियो शेयर करते हुए बताया था कि, “इसकी मां को मलबे से रेस्क्यू किया जा रहा था, उसी समय इस बच्ची का जन्म हुआ.” सीरिया मीडिया ने इस संबंध में बताया था कि, गर्भवती महिला ने बच्ची को अपने ढहे हुए घर में जन्म दिया है. बच्ची को तुर्की की सीमा के पास Afrin जिले के जिंडरीस से रेसक्यू किया गया था. महिला की मौत हो गई लेकिन नवजात बच्ची जीवित बच गई थी. जब बच्ची को रेस्क्यू किया गया तो वो अपनी मां के गर्भनाल से जुड़ी मिली थी. बता दें कि इस भूकंप में इन मासूम ने अपने माता-पिता और चार भाई बहनों को खो दिया था.
बच्ची का नाम अया रखा गया था, जिसका अरबी भाषा में मतलब होता है- “ईश्वर की ओर से मिला एक संकेत.” अब कई रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया कि विद्रोही गुट के कब्जे वाले अस्पताल में आया का इलाज किया जा रहा है. जिस वजह से कुछ बंदूकधारियों ने अस्पताल पर हमला कर उसका अपहरण करने की कोशिश की.
बच्ची के अपहरण की खबरों पर सरकार ने कही ये बात
AP
इस बच्ची के अपहरण की खबरें सामने आने के बाद प्रतिशोध के डर से नाम न छापने की शर्त पर अस्पताल के अधिकारी ने कहा कि अस्पताल के निदेशक को संदेह था कि एक नर्स जो आया की तस्वीरें ले रही थी, उसका अपहरण करने की योजना बना रही थी और उसे अस्पताल से बाहर निकाल दिया. घंटों बाद नर्स बंदूकधारियों के साथ लौटी जिन्होंने निदेशक की पिटाई की. डायरेक्टर की पत्नी आया को ब्रेस्टफीडिंग करा रही है.
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इस संबंध में डॉ अहमद हज हसन ने बीबीसी को बताया कि, ‘अपहरण के आरोप एक गलतफहमी हैं. यह पूरी तरह से अस्पताल से संबंधित आंतरिक मामला था और बच्चे के साथ इसका कोई संबंध नहीं था.” रिपोर्ट्स में कहा गया था कि पुरुष नर्स ने मैनेजर पर इसलिए हमला किया क्योंकि उसे उसके पद से निकाल दिया गया था. बच्ची को रेस्क्यू किए जाने के बाद दुनिया भर से उसे गोद लेने की पेशकश आई थी. कई लोगों ने तो अया का रिश्तेदार होने के भी झूठे दावे किये.
रिपोर्ट्स के अनुसार, अस्पताल पहुंचने पर बंदूकधारियों ने लड़की की रक्षा कर रहे स्थानीय पुलिस अधिकारियों को बताया कि वे अपने दोस्त को गोली मारने के लिए निदेशक के पीछे जा रहे थे. अधिकारी के अनुसार, उन्होंने कहा कि उन्हें अया में कोई दिलचस्पी नहीं है.
बताया जा रहा है कि अया के चाचा सालेह अल-बदरन के अनुसार, उसे जल्द ही से छुट्टी मिल सकती है. उन्होंने बताया कि अया को अब उसकी मौसी पालेंगी.