फ्यूचर रिटेल लिमिटेड को खरीदने के लिए रिलायंस, अडानी समेत देश की 49 दिग्गज कंपनियां आमने -सामने है। हैरानी की बात तो ये है कि कंपनी पर भारी कर्ज है। शेयर के दाम धड़ाम हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद बड़ी कंपनियां इसे खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। जानिए क्या है पूरा मामला
फ्यूचर रिटेल के कर्जदाताओं ने FRL की असेट्स को समूहों में विभाजित करने के बाद नई बोली आमंत्रित करने का फैसला किया है। सूत्रों के मुताबिक कंपनी के रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल विजय अय्यर ने दूसरी बार कंपनियों से प्रस्ताव मांगे हैं। पहले दौर में ज्यादातर कंपनियों ने इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाई थी। FRL के रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल ने बताया कि दिलचस्पी दिखाने वाले 49 प्रतिभागियों को दूसरे विकल्प के तहत किसी भी/ सभी ऐसे समूहों के लिए रिजॉल्यूशन प्लान जमा करने की अनुमति होगी।
कुछ अन्य नाम: EOI जमा करने वाली कुछ अन्य कंपनियों में सेंचुरी कॉपर कॉर्प, ग्रीनटेक वर्ल्डवाइड, हर्षवर्धन रेड्डी, जे सी फ्लावर्स असेट रिकंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, पिनेकल एयर प्राइवेट लिमिटेड, यूनिवर्सल एसोसिएट्स और डब्ल्यूएचस्मिथ ट्रैवल लिमिटेड शामिल हैं।
बॉक्स: सोमवार को फ्यूचर रिटेल का शेयर 4.17 पर्सेंट की तेजी के साथ अपर सर्किट छू गया। गौरतलब है कि पिछले महीने कंपनी ने कहा था कि किशोर बियाणी ने इग्जेक्यूटिव चेयरमैन और डायरेक्टर पद से दिया गया इस्तीफा वापस ले लिया है। कंपनी का कहना है कि रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल ने बियाणी के इस्तीफे के कंटेंट पर आपत्ति जताई थी और उन्हें अपना इस्तीफा वापस लेने को कहा था।