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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी शैली से अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। आज उन्होंने ग्रामीण को बुलाकर कहा कि खाओ मेरी कसम… आखिर ऐसा क्या मामला था जो उन्हें अपनी कसम ग्रामीण को खिलाना पड़ी, चलिए आपको बताते हैं।
मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर के बुधनी के जैत में गुरुवार को मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के अंतर्गत शिविर आयोजित किया गया था। यहां सीएम शिवराज सिंह चौहान भी पहुंचे थे। यहीं शिवराज ने जनसेवा अभियान के आवेदकों से खुलकर बात की। एक आवेदक से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने एक आवेदक से नामांतरण बटवारे की जानकारी ली। आवेदक ने बताया कि उनका काम हो गया है, तब मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि खाओ मेरी कसम, पैसा वैसा तो नहीं लगा। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इन शिविरों का मकसद भी यही है कि सरकारी ऑफिस के नागरिकों को चक्कर नहीं लगाना पड़े और किसी को भी कोई भेंट और एक पैसा भी नही देना पड़े।
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सीएम चौहान ने गंगा स्व-सहायता समूह द्वारा चलाए जा रहे कस्टम हायरिंग सेंटर को ट्रैक्टर प्रदान किया। उन्होंने कस्टम हायरिंग सेंटर की गतिविधियों की जानकारी ली। इसके अलावा महिला स्व सहायता समूह के एकता सिलाई केंद्र का अवलोकन किया और दीदियों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने महिला स्व सहायता समूह की दीदियों द्वारा बनाया गया जैकेट भी खरीदा। जनसेवा शिविर में सांसद रमाकांत भार्गव ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष रवि मालवीय, सलकनपुर ट्रस्ट अध्यक्ष महेश उपाध्याय, नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने ग्राम पंचायत जैत में किए जा रहे निर्माण एवं विकास कार्यों की जानकारी मुख्यमंत्री चौहान को दी। उन्होंने बताया कि भारी वाहनों को गांव के बाहर से ही निकालने के लिए ग्राम जैत से बाहर बायपास रोड के लिए तीन करोड़ 85 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। गांव में उप स्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन कर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पशु चिकित्सालय, सामुदायिक भवन तथा सोसायटी के खाद बीज के लिए गोदाम की भी स्वीकृति हो चुकी है। इन भवनों को बनाने के लिए ग्रामीण द्वारा दी गई चार एकड़ जमीन का 65 लाख का भू अर्जन भी हो चुका है। इस माह में वह पूरी जमीन शासकीय आवंटित हो जाएगी।